अमृतसर. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की कार्यकारिणी की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. इसमें यह निर्णय लिया गया कि कंगना रनौत की फिल्म ‘Emergency’ को पंजाब में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा. इसके अलावा, सरकार से इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की भी मांग की गई. बैठक में यह भी तय हुआ कि श्री गुरु तेग बहादुर का 350वां प्रकाश पर्व 2025 में धूमधाम से मनाया जाएगा.

शिरोमणि गुरुद्वारा की कार्यकारिणी कमेटी ने भाजपा सांसद कंगना रनौत की फिल्म ‘Emergency’ को रद्द करने का प्रस्ताव पारित किया और सरकार से इस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की अपील की. शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि फिल्म में सिखों को बदनाम करने के साथ-साथ संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरांवाले को भी गलत तरीके से दिखाया गया है, जिसे सिख समुदाय सहन नहीं कर सकता.

फिल्म ‘Emergency’ पर पंजाब में प्रतिबंध की मांग करते हुए धामी ने कहा कि यह फिल्म सिख विरोधी एजेंडे का हिस्सा है और देश के खिलाफ जहर फैलाने के उद्देश्य से बनाई गई है. इसे पंजाब में किसी भी कीमत पर चलने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को ‘Emergency’ पर प्रतिबंध लगाकर प्रदेश की एकता की रक्षा करनी चाहिए ताकि साम्प्रदायिक माहौल शांत बना रहे. उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से कंगना रनौत की विभाजनकारी बयानबाजी का संज्ञान लेने और उनकी सदस्यता रद्द करने की भी मांग की.

धामी ने कहा कि जब देश में सिखों की बात होती है, तो उनके साथ अन्याय होता है. इसका उदाहरण है कि सिख नेता भाई जसवंत सिंह खालड़ा के जीवन पर आधारित फिल्म ‘पंजाब 95’ को सेंसरशिप के बावजूद रिलीज नहीं किया गया.

350वां शहीदी दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा: कार्यकारिणी की बैठक में नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब का 350वां शहीदी दिवस बड़े पैमाने पर मनाने का फैसला लिया गया. एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि यह शहीदी पर्व नवंबर 2025 में आ रहा है. इसके साथ ही गुरु गोबिंद सिंह का 350वां प्रकाश पर्व और उनके सिख साथी भाई दियाला जी, भाई सती दास जी, और भाई मति दासका शहीदी पर्व भी आने वाला है.

यह समारोह राष्ट्रीय स्तर पर श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किया जाएगा, जिसकी रूपरेखा जल्द ही तैयार की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि कमेटी ने शिलॉन्ग में पंजाबी कॉलोनी में स्थित 200 साल पुराने गुरुद्वारे को ध्वस्त करने के मामले को मेघालय सरकार के ध्यान में लाया है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस कार्रवाई को तुरंत रोकना चाहिए और वहां के सिख समुदाय के आवासीय अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.

शिरोमणि गुरुद्वारा कमेटी ने की प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री से हस्तक्षेप की मांग

धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है. शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि भाई बलवंत सिंह राजोआना के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद केंद्र सरकार ने उनकी फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने पर कोई निर्णय नहीं लिया है. अब भाई राजोआना ने इस मामले को फिर से सुप्रीम कोर्ट में दायर किया है, और शिरोमणि कमेटी उन्हें पूरा समर्थन देगी. उन्होंने यह भी कहा कि कमेटी भाई राजोआना और अन्य सिख बंदियों की रिहाई के लिए प्रयास जारी रखेगी.

एडवोकेट धामी ने अन्य फैसलों के बारे में भी बताया कि उन्होंने दिल्ली में अति-आधुनिक इमारत बनाकर दिल्ली सिख मिशन को स्वतंत्र रूप से सक्रिय करने का निर्णय लिया है. दिल्ली में शिरोमणि कमेटी का सिख मिशन पहले ही गुरुद्वारा श्री रकाबगंज साहिब में संचालित हो रहा है, लेकिन अब बढ़ती जरूरतों को देखते हुए जमीन खरीदकर नई इमारत बनाई जाएगी, जहां से धर्म के प्रचार-प्रसार का कार्य किया जाएगा.