विक्रम मिश्र, लखनऊ. आस्था का पर्व महाकुंभ (Maha Kumbh 2025) को ग्रैंड बनाने और उसमें ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को आमंत्रण भेजने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला किया है. जिससे कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन की सम्भावनाओं को पंख लगे ही साथ मे आध्यात्मिक पर्यटन के क्षेत्र में भी विकास की गंगा बहाई जा सके. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ के प्रचार-प्रसार में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
योगी सरकार की तरफ से इसका लेखा जोखा तैयार कर लिया गया है. नवंबर और दिसंबर माह में महा कुम्भ के प्रचार-प्रसार के लिए देश के प्रमुख शहरों मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता व बेंगलुरु में रोड शो और अन्य कार्यक्रमो का आयोजन किया जाएगा. जिस पर की 5 करोड़ रुपयों की लागत आने का अनुमान है.
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प्रचार-प्रसार पर कुल 121 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव तैयार कराया गया है. महाकुंभ के प्रचार-प्रसार के लिए अखबारों/चैनलो/वेब संस्थानों के साथ अंतर्राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों का सहयोग लिया जाएगा. इसके लिए 40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. आपको बता दें कि पिछले कुंभ 2019 में 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे.
महाकुंभ के प्रचार के लिए चयनित शहर
महाकुंभ के लिए होने वाले कार्यक्रम और रोड शो नवंबर और दिसंबर में मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता के साथ बेंगलुरू में आयोजित होंगे.
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