बिलासपुर. जो कल तक दूसरों को न्याय दिलाता था वो आज खुद न्याय की गुहार लगा रहा हैं. दरअसल हम बात कर रहे है एक वकील की. तीन साल पहले वकील तुलाराम पटेल का अपहरण कर जान से मारने की कोशिश की गई, जहर पिलाया गया, चाकू से वार भी किया गया, लेकिन वकील किसी तरह उनके चंगुल से निकलकर भाग निकले और मामले की शिकायत सरकंडा थाने में की. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए, लेकिन तीन साल बीत गए और अब तक उन आरोपियों को गिरफ्तारी नहीं हुई है. अब इस मामले में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. मामला बिलासपुर जिले के सरकंडा थाने का है.

पीड़ित वकील तुलाराम का आरोप है कि उसका अपहरण कर हत्या करने का प्रयास आरोपी अम्बिका तिवारी, सीताकांत तिवारी और गिरीश शर्मा सहित पांच से ज्यादा लोगों ने किया. मामले की शिकायत  के बाद भी अब तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है, आरोपी खुलेआम आजाद घूम रहे हैं. मामला कोर्ट में भी गया, लेकिन निचली अदालत ने दो-दो बार आरोपियों पर कार्रवाई करने के आदेश पुलिस को दिए. लेकिन पूर्व बीजेपी सरकार और स्थानिय विधाय़क के हस्ताक्षेप के चलते पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं की और मामले को खत्म करने का प्रयास कर रही.

पीड़ित ने बताया कि घटना स्थल कोनी में 50 से ज्यादा गवाह थे. लेकिन पुलिस ने किसी गवाह का बयान नहीं लिया. आरोपियों को पुलिस रात में हिरासत में तो ली, लेकिन सुबह होते ही राजनीतिक दवाब के कारण छोड़ दिया.

वहीं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है, आप लोगों के माध्यम से मुझे पता चला है. मामले की जांच कर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी. साथ ही बिलासपुर के आईजी ने भी कार्रवाई करने का श्वाआसन दिया है.

अब देखना यह होगा कि पिछले तीन साल से न्याय की आश में भटक रहा वकील तुकाराम को न्याय मिल पाएगा की नहीं. या फिर यूं ही खाकी पर खादी भारी पड़ता रहेगा.