अमृतसर. शिरोमणि कमेटी की पूर्व अध्यक्ष बीबी जगीर कौर आज श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचीं, जहां उन्होंने 24 साल पुराने मामले पर अपना स्पष्टीकरण दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें बेहद दुख है कि ऐसे मुद्दे इस महान तख्त पर सुलझाए जा रहे हैं. बीबी जगीर कौर से 24 साल पहले उनकी गर्भवती बेटी हरप्रीत कौर की हत्या और अपने केशों की बेअदबी के आरोपों का स्पष्टीकरण मांगा गया था.

उन्होंने कहा कि एक मां के धैर्य की परीक्षा न ली जाए. कोई और सहारा ढूंढ़ने के बजाय उनकी शक्ति का स्रोत सिर्फ श्री गुरु ग्रंथ साहिब है. स्पष्टीकरण देने के बाद बीबी जगीर कौर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें दुख है कि ऐसे महान तख्त के सामने अब इस प्रकार के मुद्दे आने लगे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की हत्या का मामला पूरी तरह से बेबुनियाद है और उनके खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करवाई गई थी. वे पिछले 40 सालों से पंथ की सेवा कर रही हैं और हमेशा गुरु ग्रंथ साहिब जी की शरण में रहकर लोगों की सेवा की है.

उन्होंने यह भी कहा कि जब वे शिरोमणि कमेटी की पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं, तो कुछ लोग नाराज हो गए और उनके खिलाफ झूठी शिकायत और मामला दर्ज किया. हालांकि, माननीय पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया था.