Rajasthan News: अजमेर पुलिस एक युवक की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर सुर्खियों में आ गई है। गिरफ्तार युवक का नाम वाजिद खान है, जिसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में पकड़ा गया है। इस गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर लोग दो धड़ों में बंट गए हैं, कुछ पुलिस की तारीफ कर रहे हैं तो कुछ वाजिद खान के पक्ष में बोल रहे हैं।

कौन है वाजिद खान?

वाजिद खान, अजमेर के गेगल थाना क्षेत्र का निवासी है। उसने सोशल मीडिया पर कई भड़काऊ पोस्ट किए थे, जिनसे सांप्रदायिक माहौल खराब होने का खतरा था। इसी आधार पर अजमेर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि वाजिद खान ने सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने और द्वेष फैलाने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया। मामले की जांच जारी है, लेकिन इस गिरफ्तारी के बाद अजमेर पुलिस सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी है।

शिकायत के आधार पर हुई कार्रवाई

अजमेर जिले की गेगल थाना पुलिस को सोशल मीडिया पर वाजिद खान की भड़काऊ पोस्ट की शिकायत मिली थी। पुलिस ने शिकायत की जांच की और उसे सही पाए जाने पर वाजिद को भारतीय दंड संहिता की धारा 170 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि अजमेर जिले में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले सभी लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

पुलिस ने वाजिद खान की पोस्ट को लाइक और शेयर करने वाले लोगों की पहचान करने का भी काम शुरू कर दिया है। पुलिस वाजिद के मोबाइल फोन को जब्त कर चुकी है और उसकी पोस्ट की जांच कर रही है।

वाजिद खान का ‘अलजजीरा’ से संबंध

जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि वाजिद खान अपने सोशल मीडिया बायो में खुद को ‘अलजजीरा’ का पत्रकार बताता है। उसने इजरायल, फिलिस्तीन और हमास से जुड़े कई विवादित पोस्ट सोशल मीडिया पर किए हैं। पुलिस अब यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वाजिद किन अन्य असामाजिक तत्वों या समूहों से जुड़ा है।

इस कार्रवाई के बाद अजमेर पुलिस के कदम को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई है। कुछ लोग पुलिस की कार्रवाई को सही ठहरा रहे हैं, जबकि कुछ लोग वाजिद खान के पक्ष में खड़े हैं। पुलिस की यह कार्रवाई अजमेर में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की कोशिशों का हिस्सा मानी जा रही है।

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