भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ खुल गया है. क्या निवेशकों को इस ऑफर को लेकर उत्साहित होना चाहिए? आईये जानते है पूरे डिटेल में… Hyundai इंडिया के शेयरों का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) IPO से पहले लगातार गिरता जा रहा है, जो अब लगभग ₹45 पर पहुंच गया है. यह 3% का मामूली प्रीमियम दर्शाता है, जबकि इश्यू प्राइस ₹1,865 से ₹1,960 के बीच है. यह IPO पूरी तरह से 14.2 करोड़ शेयरों की बिक्री का ऑफर (OFS) है, जिसे कंपनी की कोरियाई मूल कंपनी द्वारा जारी किया जा रहा है. इस इश्यू में Hyundai मोटर इंडिया की कुल वैल्यू लगभग ₹1.6 लाख करोड़ आंकी गई है, अगर प्राइस बैंड के ऊपरी हिस्से को देखा जाए. (Hyundai ipo gmp)

IPO से पहले Hyundai इंडिया के शेयरों का GMP लगभग ₹45 तक गिर गया है, जो इश्यू प्राइस से 3% का मामूली प्रीमियम दर्शाता है. पहले यह ₹570 तक था, जिससे GMP में 89% की भारी गिरावट आई है. इस IPO का ढांचा ऑफर फॉर सेल (OFS) के रूप में रखा गया है, जिसमें कंपनी की कोरियाई मूल कंपनी द्वारा 14.2 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे, और इसका कोई भी हिस्सा भारतीय इकाई के पास नहीं जाएगा. इससे निवेशकों में यह चिंता है कि क्या IPO के जरिए जुटाए गए फंड का इस्तेमाल कंपनी की तात्कालिक विकास आवश्यकताओं के लिए किया जाएगा ? 9Hyundai ipo gmp)

Hyundai Motor India IPO: पैसा लगाएं या नहीं?

मीडिया रिपोर्ट्स में एक शेयर मार्केट एक्सपर्ट्स के हवाले से खबर है कि “इस IPO में बहुत एक्साइटमेंट नहीं दिखेगा. इसके कई कारण हैं. एक, आप मारुति से तुलना कर रहे हैं, और जैसा कि मैंने कहा आप ये नहीं कर सकते, क्योंकि मारुति का मार्केट शेयर 40% ज्यादा है. हुंडई का मार्केट शेयर 16-17% है. तो आप इन दोनों को कम्पेयर नहीं कर सकते. लोगों को लगता है कि हुंडई, मारुति के आसपास आकर रुकेगा. लेकिन मुझे लगता है कि ये तुलना गलत है. ये मारुति के मुकाबले डिस्काउंट पर ही ट्रेड करेगा.”

उक्त विशेषज्ञ ने कहा है कि, “आप ऑटोमोबाइल सेक्टर की बात करेंगे, तो ये मंदी में है. आप PV की बिक्री देखें, आप दशहरे की डिमांड देखें, आप पिछले 2 महीने के डिस्पैच के आंकड़े देखें तो ये सेक्टर इंडिया की GDP से भी भी धीमी ग्रोथ पर है. इस सेक्टर में एक स्लोडाउन आ चुका है. अगर हुंडई का इश्यू मुद्दा एक साल पहले आया होता, तो जाहिर सी बात है कि इसमें और भी उत्साह होता.” (Hyundai ipo gmp)