भोपाल। मध्य प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार और बाजरा के उपार्जन के लिए 7 लाख 66 हजार 923 किसानों ने पंजीयन कराया है। बीते वर्ष 7 लाख 54 हजार 384 किसानों ने पंजीयन कराया था। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि मोटे अनाज का उपार्जन 22 नवंबर और धान का उपार्जन 2 दिसंबर 2024 से किया जाएगा।

किसान पंजीयन में रकबा 13 लाख 79 हजार 632 लाख हेक्टेयर है। रकबे का सत्यापन राजस्व विभाग का अमला कर रहा है। पंजीयन की आखिरी तारीख 14 अक्टूबर 2024 थी। प्रदेश में हुए कुल पंजीयन में मुख्य रूप से जिला बालाघाट में एक लाख 28 हजार 327 किसान, रीवा में 61 हजार एक, सतना में 54 हजार 639, जबलपुर में 54 हजार 465, सिवनी में 54 हजार 409, कटनी में 52 हजार 171, मंडला में 40 हजार 959, पन्ना में 33 हजार 213, शहडोल में 33 हजार 5, मैहर में 24 हजार 964 किसानों ने पंजीयन कराया है।

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वहीं डिंडोरी में 24 हजार 91, उमरिया में 23 हजार 662, सीधी में 23 हजार 227, सिंगरौली में 23 हजार 238, अनूपपुर में 21 हजार 679, नर्मदापुरम् में 20 हजार 636, दमोह में 19 हजार 269, मऊगंज में 17 हजार 597, नरसिंहपुर में 11 हजार 825, रायसेन में 9 हजार 334, बैतूल में 7 हजार 800, सीहोर में 6 हजार 196, सागर में 3 हजार 922, ग्वालियर में 3 हजार 630, छिंदवाड़ा में 1 हजार 876, शिवपुरी में 1 हजार 162, दतिया में 1 हजार 26, भिण्ड में 2 हजार 239, विदिशा में 880, मुरैना में 7 हजार 781 किसानों ने पंजीयन कराया है।

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