विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में सियासत से लेकर जरायम तक के हर किरदार और उनकी कहानियां मौजूद है. हालांकि की समय-समय पर पुलिसिया कहानी भी इसमें रोमांच लाती रहती है. लेकिन इस समय उत्तर प्रदेश में खुफिया एजेंसियों ने नए गिरोह बनने की आशंका जाहिर की है. जिस पर की सिग्नेचर बिल्डिंग यानी पुलिस मुख्यालय ने जेल में बंद मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी गिरोह के गैंगस्टरों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है.

अपराधी जमानत पर बाहर भी हैं. जबकि कई जेलों में निरुद्ध हैं. जिन पर मिली खबर के अनुसार जेल से छूटने पर ये अपराधी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. जिनके बारे में उत्तर प्रदेश पुलिस ब्योरा तैयार कर रही है. इस बारे में एलआईयू रिपोर्ट जिलों से पुलिस मुख्यालय तक पहुंची तो सब अलर्ट मोड पर आ गए. कुछ संदिग्ध जिलों के कप्तान को उनके यहां की जेल में बंद ऐसे माफिया के बारे में सूचित कर दिया गया है. उन माफियाओं पर और उनसे मिलने आने वालों पर भी नज़र रखने के लिए कहा गया है. पुलिस ने गैंगस्टरों की नई सूची तैयार करना शुरू कर दिया है.

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बता दें कि मुख्तार अंसारी का दाहिना हाथ कहे जाने वाले मुन्ना बजरंगी की 9 जुलाई, 2018 को बागपत जेल के अंदर हत्या कर दी गई थी. वहीं मुख्तार की मौत के बाद उसका गिरोह अब टूटने लगा है. एसटीएफ के अनुसार अंडरवर्ल्ड के इन दो बड़े नामों के नही होने के बाद इनके गिरोह के छोटे माफिया और अन्य अपराधी अपना अलग गिरोह बनाने में लग गए हैं.

पुलिस के राडार पर कुछ चर्चित अपराधी

चित्रकूट जेल में निरुद्ध कुख्यात सुंदर भाटी, गाजीपुर जिले का अमित ठठेरा, आजमगढ़ का सोहन पासी, रामू मल्लाह, रेयान अहमद, शाहिद, बाबू सिंह, मंजूर अहमद के अलावा दो दर्जन ऐसे गैंगस्टर और हिस्ट्रीशीटर हैं जिनके बारे में सूचनाएं एसटीएफ और यूपी पुलिस को मिली है. इस रिपोर्ट के मुताबिक मुख्तार और मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद अपना वर्चस्व कायम करने के लिए अब अपराधी नया गिरोह बनाने में लगे हुए हैं. कुछ दिन पहले एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने कई जिलों के एसपी को इस बारे में चेताया भी है कि इन पर नजर रखें। ये जेल से छूटते ही अपराध की बड़ी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं.