सरगुजा। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) अध्यक्ष दीपक बैज ने शनिवार को अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान सरगुजा के ग्राम तारा में परसा कोयला परियोजना से प्रभावित लगभग 250 ग्रामीणों से मुलाकात की। सूरजपुर जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित इस गांव से आए ग्रामीणों ने बाहरी लोगों द्वारा गांव की शांति व्यवस्था को भंग करने का आरोप लगाते हुए ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। साथ ही, उन्होंने खदान खोलने में मदद की अपील की, जिससे उनकी रोजी-रोटी चल सके।
राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (RRVUNL) की खदान परसा कोयला ब्लॉक के प्रभावित ग्राम साल्ही, घाटबर्रा, फतेहपुर, हरिहरपुर, जनार्दनपुर और तारा सहित कुल छह ग्रामों से आए इन ग्रामीणों ने पीसीसी चीफ को बताया कि विगत चार वर्षों से हमने अपनी जमीन खदान के अधिग्रहण में दे दी है और अब तक नौकरी का इंतेजार कर रहे है। अब चूंकि खदान खुलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है तो इसके जल्द से जल्द खुलने और सुचारु संचालन में में मदद कीजिए। इससे हम सभी लोगों की रोजी रोटी चल सकेगी। ग्रामीणों ने बैज को विडियो दुखके अवगत करवाया और कहा कि “कुछ बाहरी तत्वों के द्वारा स्थानीय भोले भाले लोगों को बहकाकर विवाद की स्थित उत्पन्न की जा रही है और क्षेत्र की शांति व्यवस्था में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। ऐसे बाहरी लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।“
पीसीसी चीफ ने ग्रामीणों को दिलाया हर संभव मदद का भरोसा
ग्रामीणों से मुलाकात के दौरान दीपक बैज ने जरूरी मदद दिलाने का भरोसा दिलाया। ग्रामीणों ने दीपक बैज को बड़े ही सौहार्द पूर्ण मुलाकात में बताया की परसा कोयला परियोजना के खुलने की प्रक्रिया के तहत हमारे गांव के 19 लोगों को खदान प्रबंधन द्वारा शुक्रवार को नियुक्ति पत्र देकर नौकरी पर रखा गया है। जबकि 10 लोगों पहले से नौकरी कर रहे हैं। वहीं शेष 206 लोगों को भी खदान विकास का कार्य बढ़ते ही नौकरी देने का वादा खदान प्रबंधन द्वारा किया गया है। इस दौरान महिला सशक्तिकरण के लिए आरआरवीयूएनएल की सहायता से विगत पाँच वर्षों से संचालित महिला उद्यमी बहूद्देशीय सहकारी समिति की महिलाओं ने भी उनके द्वारा क्षेत्र में चलाए जा रहे मसाला, सेनेटरी उत्पादन इकाई, डेयरी व दीदी की रसोई, वहीं केन्द्रीय शिक्षा पद्धति की गुणवत्तापूर्ण अंग्रेजी माध्यम स्कूल अदाणी विद्या मंदिर में उनके बच्चों के पढ़ने तथा उनके द्वारा इसी स्कूल में पकाया जाने वाला नाश्ता और मध्यान भोजन के अनुबंध इत्यादि जैसी विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया। महिलाओं ने श्री बैज से कहा कि हमारी खदान चलते रहने चाहिए और रोजी रोटी छीनना नहीं चाहिए।
इन 3 गावों को मिल चुका है मुआवजा
गौरतलब है कि RRVUNL को सरगुजा एवं सूरजपुर जिला अन्तर्गत आवंटित परसा कोयला ब्लाक से प्रभावित छः ग्रामों में से तीन को मुआवजा भी बांटा जा चुका है जबकि शेष तीन ग्रामों में मुआवजा वितरण की प्रक्रिया जारी है। किन्तु भूमि के अर्जन उपरान्त परियोजना के पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन योजना के तहत जिन्होंने रोजगार का विकल्प चुना है उन्हें परसा परियोजना का संचालन शुरू होने पर आरआरवीयूएनएल संस्थान द्वारा रोजगार प्रदान करना प्रस्तावित है।