कुंदन कुमार, पटना। बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में छठ महापर्व (Chhath 2024) को लेकर गंगा नदी में घाट निर्माण का कार्य जारी है। पटना के डीएम ने घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि 109 में से 8 घाट खतरनाक है। जहां छठ महापर्व के दौरान अर्घ्य नहीं दिया जाएगा।

बिहार में छठ को महापर्व माना जाता है। यह पर्व बिहार में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इसे लेकर तैयारियां भी शुरू हो गई है। राजधानी पटना में छठ को लेकर गंगा नदी में घाट का निर्माण कार्य जारी है। आज गुरुवार को जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर ने खुद इसका मुआयना किया हैं।

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डीएम ने घाटों का निरीक्षण करने के बात कहा कि हमने 75 घाटों का निरीक्षण किया है, स्थिति ठीक है। छठ तक 1 मीटर वॉटर लेवल और कम होगा। बैरिकेडिंग किया जाएगा। पानी में लोग आगे नहीं बढ़े, इसको लेकर बैरिकेडिंग की जानी है। जिसका कार्य जल्द ही शुरू होगा। इस बार बैरिकेडिंग को और बेहतर किया जाएगा। 8 घाट पटना में खतरनाक घोषित किए गए है, जहां छठ महापर्व के दौरान अर्घ्य नहीं दिए जाएंगे।

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डीएम चंद्रशेखर ने बताया कि कई घाटों पर पानी नहीं है, वहां भी पर्व नहीं मनाया जा सकता है। 109 में से 8 घाट खतरनाक है। कई घाटों पर दलदल की स्थिति है, इसको लेकर भी हमलोग रास्ते को बनाने वहां मिट्टी देने का काम करवा रहे है। शहरी क्षेत्रों में तालाब में भी तैयारी चल रही है और ऐसे तालाबों में टैंकर से गंगा जल की आपूर्ति की जाएगी। पार्किंग की व्यवस्था सभी घाटों पर की जा रही है, जिससे पर्व करने वाले लोग घाटों तक आराम से पहुंच सके। उन्हें कोई दिक्कत न हो सके।