Rajasthan Assembly By-Elections 2024: राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों के लिए आज नामांकन का अंतिम दिन है। अब तक कुल 37 उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया है, जिसमें दौसा विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक 13 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, सलूंबर सीट पर एक अनोखा घटनाक्रम सामने आया है, जहां मां-बेटे दोनों ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है।

नामांकन की स्थिति

राज्य की 7 सीटों में से दौसा में सबसे अधिक 13 नामांकन दाखिल किए गए हैं, जबकि चौरासी, रामगढ़, और देवली उनियारा में सबसे कम 2-2 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है। इसके अलावा, झुंझुनूं से 7, खींवसर से 5, और सलूंबर से 6 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतर चुके हैं।

सलूंबर में मां-बेटे का नामांकन

सलूंबर सीट पर सबसे दिलचस्प स्थिति बनी है, जहां शांता मीणा और उनके बेटे अविनाश मीणा दोनों ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है। भाजपा की ओर से शांता मीणा को आधिकारिक उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि उनके बेटे अविनाश मीणा ने डमी प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरा है।

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में नामांकन सभा

शांता देवी ने पहले 25 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने की घोषणा की थी, जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के भी शामिल होने की बात कही गई थी। हालांकि, मुहूर्त को देखते हुए उन्होंने एहतियातन 24 अक्टूबर को ही नामांकन भर दिया। कल फिर से औपचारिक तौर पर नामांकन सभा का आयोजन होगा, जहां कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटेगी।

विपक्षी दलों की रणनीति

इस सीट से कांग्रेस ने रेशमा मीणा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है, जो कल 25 अक्टूबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगी। वहीं, भारत आदिवासी पार्टी ने जीतेश कटारा को उम्मीदवार बनाया है, जिन्होंने आज नामांकन भरा।

पति-पत्नी का नामांकन का पुराना मामला

इससे पहले भी विधानसभा चुनाव के दौरान नाथद्वारा सीट पर ऐसा मामला सामने आया था, जब भाजपा के उम्मीदवार विश्वराज सिंह मेवाड़ और उनकी पत्नी महिमा सिंह ने एक ही सीट से पर्चा भरा था। बाद में महिमा सिंह ने नामांकन वापस लिया और बाद में लोकसभा चुनाव में राजसमंद से जीत दर्ज की थी।

राजस्थान उपचुनावों में इस बार उम्मीदवारों की नामांकन प्रक्रिया ने कई दिलचस्प घटनाक्रमों को जन्म दिया है, जिसमें परिवारवाद का मुद्दा और भाजपा-कांग्रेस के बीच प्रत्याशी चयन पर टकराव प्रमुख रहे हैं।

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