Dhanteras 2024: इस साल धनतेरस का त्योहार 29 अक्टूबर को है. इस दिन झाड़ू खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. हालाँकि, झाड़ू खरीदते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. अगर धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में झाड़ू खरीदी जाए तो पूरे साल मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. तो आइए जानते हैं झाड़ू खरीदने से जुड़ा महत्व और मिथक.
Dhanteras 2024: झाड़ू क्यों खरीदें?
मत्स्य पुराण में कहा गया है कि सावरानी देवी लक्ष्मी का ही एक रूप है. इससे घर में स्वच्छता आती है. एक पौराणिक मान्यता यह भी है कि यह स्थान देवी लक्ष्मी का निवास स्थान है. जहां साफ-सफाई हो. धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में झाड़ू खरीदने से पूरे साल घर में मां लक्ष्मी का वास रहता है.
झाड़ू का नियम
धनतेरस के दिन कभी भी रात के समय झाड़ू नहीं खरीदनी चाहिए. इस दिन दोपहर के बाद और सूर्यास्त से पहले खरीदारी करें. रात के समय झाड़ू खरीदना अशुभ फल देता है. इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि धनतेरस पर विषम संख्या में झाड़ू नहीं खरीदनी चाहिए. झाड़ू हमेशा समान संख्या यानी 2,4,6,8 खरीदनी चाहिए.
लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है
सावर्णी देवी लक्ष्मी का निवास स्थान है. और इसे लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. इसी तरह पुरानी झाड़ू में भी देवी लक्ष्मी होती है. इसलिए अगर आप इसे घर से बाहर फेंक देते हैं या नई झाड़ू आने पर इधर-उधर फेंक देते हैं तो देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.
Dhanteras 2024: नकारात्मकता होती है दूर
नई झाड़ू को आते ही पुरानी झाड़ू फेंकना नहीं चाहिए और पुरानी झाड़ू को अपने पास ही रखना चाहिए और उसी तरह उसकी पूजा करनी चाहिए. जैसे धनतेरस के दिन नई झाड़ू की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि कोई व्यक्ति कर्ज में डूबा हुआ है और वह झाड़ू खरीदता है तो उसे कर्ज से मुक्ति मिल जाती है. नई झाड़ू खरीदने से कहीं न कहीं नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मकता फैलती है.
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