Rajasthan News: दिल्ली पुलिस की स्पेशल क्राइम ब्रांच ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 7 शूटरों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई बिश्नोई और आरजू बिश्नोई गैंग के खिलाफ चल रही लगातार मुहिम का हिस्सा है। गिरफ्तार किए गए शूटर हरियाणा और राजस्थान में हत्याओं को अंजाम देने की योजना बना रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनके मंसूबों को सफल होने से पहले ही नाकाम कर दिया। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और अन्य संदिग्ध सामान बरामद किया गया है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल क्राइम ब्रांच बिश्नोई गैंग से जुड़े लोगों की कुंडली खंगाल रही है। गिरफ्तार किए गए शूटर राजस्थान के श्रीगंगानगर के पूर्व विधायक राजकुमार गौड़ के भांजे सुनील पहलवान को टारगेट करने की योजना बना रहे थे। बताया जा रहा है कि इन शूटरों को आरजू बिश्नोई निर्देश दे रहा था, जबकि अनमोल बिश्नोई इसे ऑपरेट कर रहा था। पुलिस को इन दोनों के लिंक भी मिल चुके हैं।

जानकारी के अनुसार, सुनील पहलवान को पिछले साल अक्टूबर में मोबाइल फोन पर जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसमें धमकी देने वाले ने अपना नाम अनमोल बिश्नोई बताया था। इसके बाद श्रीगंगानगर के सदर पुलिस थाने में एक मामला भी दर्ज किया गया था। इस घटना से लगभग 20 दिन पहले, श्रीगंगानगर के एक व्यापारी को भी अनमोल बिश्नोई के नाम से जान से मारने की धमकी मिली थी।

उल्लेखनीय है कि अनमोल बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई का भाई है और फिलहाल गैंग को ऑपरेट कर रहा है। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, साधुवाली गांव में पुलिस और गैंगस्टरों के बीच हुई मुठभेड़ में भी अनमोल बिश्नोई के गुर्गों का नाम सामने आया था।

स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि इस मामले में पहली गिरफ्तारी 23 अक्टूबर को दिल्ली के कमला नगर से सुखराम नाम के शख्स की हुई थी। इसके बाद साहिल और अमोल को गिरफ्तार किया गया, और फिर रितेश को भी पकड़ लिया गया। इसके बाद प्रमोद, संदीप और बादल की भी गिरफ्तारी हुई। गिरफ्तार शूटरों में से संदीप और अमोल पंजाब के अबोहर के निवासी हैं, जो सुनील पहलवान की रेकी कर रहे थे, जबकि बिहार का रितेश भी इस काम में लगा हुआ था।

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