अमृतसर. भगवंत मान सरकार के प्रयासों का असर अब नजर आने लगा है। पंजाब में धान की लिफ्टिंग लगातार तेज हो रही है। अब पंजाब में धान उठाने का आंकड़ा 4 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है। 27 अक्टूबर को 4.13 लाख मीट्रिक टन की लिफ्टिंग हुई थी। बताया गया है कि 28 अक्टूबर को 2288 मिलर लिफ्टिंग करेंगे। आज लिफ्टिंग का आंकड़ा 5 लाख मीट्रिक टन तक पहुंचने की उम्मीद है।


पंजाब के मुख्यमंत्री पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और इसके अलावा खाद्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने पंजाब में किसानों की समस्याओं के बारे में जानकारी दी और आढ़तियों की समस्याओं के बारे में भी चर्चा की।

धान की खरीद को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान अधिकारियों के साथ एक बैठक

पहले भी हो चुकी हैं बैठकें

सरकार ने पहले मिलरों को लेकर चार फैसले किए थे। पहले जब सरप्लस धान का RO दिया जाता था, तो 50 रुपये प्रति टन की फीस ली जाती थी। अब RO फीस को घटाकर 10 रुपये कर दिया गया है। साथ ही, यदि कोई RO लेकर अगले दिन फसल की कटाई करता है, तो उसे यह फीस नहीं देनी होगी। बीआरएल शेलर मालिकों के खिलाफ कई केस लंबित हैं। अब उनके भाई या गारंटर भी काम कर सकते हैं, हालांकि पहले ऐसा नियम नहीं था। इससे 200 शेलर मालिकों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा, मिल मालिक जिले में किसी भी स्थान से धान उठा सकते हैं। अब जिला स्तर के बड़े सर्कल बनाए गए हैं, जबकि पहले ये छोटे होते थे। पहले पुराना धान नई मिलों को दिया जाता था।