वाराणसी. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दिवाली पर हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली. जहां मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने श्रीराम की आरती की. साथ ही उन्होंने रंगोली बनाई और श्रीराम की प्रतिमा को फूलों से सजाया. इसके अवाला उन्होंने भगवान की आरती उतारी.

श्रीराम की भक्ति का प्रचार-प्रसार करने की सलाह

दरअसल, यह मामला लमही का है. जहां मुस्लिम महिलाओं ने उर्दू में लिखी राम आरती का गायन करते हुए भगवान की आरती उतारी. मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने फिलिस्तीन, इजराइल, लेबरान, सीरिया, यूक्रेन और रूस के राष्ट्राध्यक्षों को चिट्ठी लिखकर भगवान श्रीराम की भक्ति का प्रचार-प्रसार करने की सलाह दी.

इसे भी पढ़ें- भगवान राम की नगरी अयोध्या में महायज्ञ: 57 दिन तक होगा आयोजन, जानें क्या कुछ रहेगा खास, यहां देखिए पूरा शेड्यूल

मानवता का सीखेंगे पाठ

उन्होंने कहा कि इससे युद्ध खत्म होंगे, शांति आएगी और देश के नागरिक मानवता का पाठ सीखेंगे. शांति स्थापना के लिए अनिवार्य शर्त भगवान श्रीराम का आदर्श और रामराज्य है. रामराज्य की परिकल्पना लोगों को भेदभाव से मुक्त कर सकती है और सबको गले से लगाकर स्वीकार कर सकती है.

इसे भी पढ़ें- राम मंदिर पहुंचे सीएम योगी: भगवान रामलला के किए दर्शन, हनुमानगढ़ी में भी की पूजा अर्चना, दीपावली की दी बधाई

दोनों देशों को श्रीराम के रास्ते पर चलना चाहिए

मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इजराइल और फिलिस्तीन दोनों को भगवान श्रीराम के रास्ते पर चलना चाहिए. बता दें कि मुस्लिम महिलाएं साल 2006 से भगवान श्रीराम की आरती उतार कर सांप्रदायिक एकता और सौहार्द्र का संदेश देती आ रही हैं.