Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच नेताओं द्वारा दल बदलने और बगावत करने का दौर जारी है, जो सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति और विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी पर भी प्रभाव डाल रहा है. इस बीच, MVA सहयोगी शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने बागियों को चेतावनी दी है.
जानें किस मामले को लेकर BJP ने कहा,’कांग्रेस में अगर हिम्मत है तो ऐसी मांग…
आज (सोमवार, 4 नवंबर) नामांकन पीछ लेने का दिन है और कई बागियों ने नामांकन दाखिल किया है. शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी भूमिका है कि एक दूसरे के खिलाफ न लड़ें, बल्कि सब एक साथ लड़ें.
उद्धव ठाकरे ने कहा, “एक घंटा बचा है. अगर हमारे कहने के बाद भी कोई नामांकन वापस नहीं लेता है तो उनके ऊपर कार्रवाई होगी. हमारी बातचीत शेतकरी कामगार पार्टी से हुई है. हम अलिबाग पेन पनवेल से नामांकन वापस ले रहे हैं. 3 बजे तक सब्र रखें.”
चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन ,कांग्रेस की शिकायत के बाद हटाई गईं महाराष्ट्र की DGP रश्मि शुक्ला
शरद पवार ने कहा, “MVA में फ्रेंडली फाइट का कोई सवाल ही नहीं उठता. बागियों को नामांकन वापस लेना होगा.”
MVA के 14 नेता हुए बागी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अलग-अलग पार्टियों से लगभग 50 नेताओं ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था, जिसमें महायुति के सबसे अधिक 36 बागी नेता शामिल थे, वहीं महाविकास आघाड़ी के 14 बागी ने निर्दलीय पर्चा भरा था. इससे MVA और महायुति को टेंशन हुई.
MVA सहयोगी कांग्रेस के बागी कांग्रेस नेता मुख्तार शेख ने कसबा पेठ विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नाम वापस लिया है और अब एमवीए के आधिकारिक उम्मीदवार रवींद्र धांगेकर को समर्थन दे रहे हैं.
शिवसेना (UBT) के नेता रंजीत पाटिल ने भी धाराशिव जिले की परांडा सीट से अपना नामांकन वापस ले लिया है, जहां NCP-SP नेता और पूर्व विधायक राहुल मोटे सावंत अघाड़ी के आधिकारिक उम्मीदवार हैं. शिवसेना के मंत्री तानाजी सावंत भी इस सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं.