विक्रम मिश्र, लखनऊ. उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में भगदड़ की खबर सामने आ रही है. हमीरपुर जिले के नेताओं ने सपा के शीर्ष नेताओं पर जमीनी नेताओं की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी का दामन थामने की तैयारी कर रहे हैं. दशकों से अखिलेश यादव की पार्टी से जुड़े जिला महासचिव और जिला सचिव समेत तमाम जमीनी नेताओं ने उपेक्षा के कारण पार्टी छोड़ अब आजाद पार्टी की सदस्यता ले ली है. बड़ी तादाद में नेताओं के सपा छोड़कर भागने से पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है.

हमीरपुर किसी जमाने में समाजवादी पार्टी के अभेद किले के रूप में जाना जाता था. यहां से किसी भी स्तर के चुनाव में समाजवादी पार्टी का मजबूत दखल हुआ करता था. पिछले लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव की साइकिल को दौड़ाने में संगठन के छोटे और बड़े नेताओं ने खूब पसीना बहाया था. बूथ स्तर पर संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर राजनीति की हवा बदलने में बड़ी ताकत लगाई थी. जिससे हमीरपुर-महोबा संसदीय क्षेत्र की सीट पर समाजवादी झंडा लहराया था.

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उपेक्षा से दुखी है नेता

इंडी गठबंधन की ताकत दस सालों से हमीरपुर की सीट पर कब्जा जमाए हुए है. जिला समाजवादी पार्टी में लोकसभा चुनाव के बाद गुटबाजी इस कदर बढ़ गई कि पार्टी के जमीनी नेताओं को भी हाशिए पर छोड़ दिया गया. इसकी मुख्य वजह वर्तमान सांसद और जिले के संगठन में कोई तालमेल नहीं है.

मौजूदा पार्टी के जिलाध्यक्ष इदरीश खान की भी अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर पकड़ कमजोर हो गई है. सपा छोड़कर आजाद समाज पार्टी में एंट्री करने वाले वरिष्ठ नेता नीरज कश्यप ने बताया कि उपचुनाव के बाद हमीरपुर में आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद का एक दिवसीय कार्यक्रम होगा. जिसमें समाजवादी पार्टी के कम से कम 50 वरिष्ठ नेता पद और पार्टी छोड़ आजाद समाज पार्टी की सदस्यता लेंगे.