अमृतसर. पराली जलाने के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार की 1200 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग ठुकरा दी है। पंजाब सरकार ने किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए इस राशि की आवश्यकता जताई थी ताकि पराली जलाने की घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सके। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करते हुए कहा कि पंजाब सरकार हरियाणा की तरह अपने बजट से ही किसानों को सहायता प्रदान कर सकती है। इस निर्णय के बाद आम आदमी पार्टी ने केंद्र के इस कदम की आलोचना की है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और आनंदपुर साहिब से सांसद मालविंदर कंग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पराली का मुद्दा नया नहीं है, लेकिन भगवंत मान सरकार के आने के बाद से पंजाब सरकार ने किसानों को पराली न जलाने के लिए लगातार प्रेरित किया है। कंग ने बताया कि उनकी सरकार केंद्र से 1200 करोड़ रुपये की सहायता मांग रही थी, ताकि पराली प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था हो सके, लेकिन इस मांग को ठुकरा दिया गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पंजाब के हितों के खिलाफ काम कर रही है। भाजपा द्वारा धान की फसल की लिफ्टिंग को लेकर किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कंग ने कहा कि यह साफ दिखाता है कि भाजपा पंजाब के हक में नहीं बल्कि विरोध में काम कर रही है।
- लापरवाह अफसरों पर कलेक्टर का एक्शन : 21 अधिकारियों को शोकॉज नोटिस, 7 दिन में समाधान के निर्देश
- विजय शाह पर कब होगी कार्रवाई ? मंत्री के अमर्यादित बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस ने दागे कई सवाल, जबलपुर में प्रदर्शन, मंत्री राकेश ने कही ये बात
- जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन रायपुर के अध्यक्ष बने डॉ. रेशम सिंह, नई कार्यकारिणी का भी हुआ गठन
- 1 लड़की, 6 लड़के और हैवानियत का खेलः खेत में मंगेतर के सामने दरिदों ने मिटाई हवस की प्यास, बनाया VIDEO और…
- उमरिया में चोरों के हौसले बुलंद: कलेक्टर परिसर में खड़ी कार का शीशा तोड़ा, कैश और Gold पर किया हाथ साफ