विक्रम मिश्र, लखनऊ। महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के साथ ही उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हो रहे हैं। हालांकि कभी भी बसपा की दिलचस्पी उपचुनाव को लेकर नहीं रही है। बावजूद इसके उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा उपचुनाव में बसपा ने अपने प्रत्याशियों को उतारकर माहौल में गर्मी तो ला ही दिया है। मायावती ने बसपा को अन्य राज्यो में पैर पसारने की जिम्मेदारी आकाश आनंद को दी है। जिसमें की हाल में हो रहे महाराष्ट्र और झारखंड में मायावती ने अपने स्टार प्रचारकों में आकाश आनंद का नाम शामिल किया है।

बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो ने यूपी उपचुनाव के लिए 40 स्टार प्रचारकों की एक सधी हुई लिस्ट भी जारी कर दी है। आकाश आनंद को चुनावी राज्यों की जिम्मेदारी दिया जाना और स्टार प्रचारकों की लिस्ट में मायावती के बाद नंबर दो पर सतीश चंद्र मिश्रा का नाम होना, बहुत कुछ दर्शा रहा है।

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राजनीतिक पंडितों की क्या राय है

लंबे समय से बसपा को कवर करने वाले और बहुजन समाज की राजनीति को समझने वाले पुरोधाओं ने मायावती के बाद सतीश चंद्र मिश्र का नाम लिस्ट में दूसरे नंबर पर रखने के पीछे सोशल इंजीनियरिंग की बात कही है। हालांकि आपको बता दें कि मायावती की पार्टी के साथ सतीश चन्द्र मिश्र शुरुआती दौर से ही है। जबकि ऐसा माना जाता है कि मायावती के हर फैसले में सतीश चंद्र मिश्र की राय या सहमति रहती है।

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लंबे समय से उत्तर प्रदेश की राजनीति में बहुजन समाज पार्टी हाशिये पर जा चुकी है। जबकि उसके बड़े और कद्दावर नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी, स्वामी प्रसाद मौर्य, बाबू सिंह कुशवाहा, नकुल दुबे इत्यादि बसपा का दामन छोड़कर दूसरी पार्टीयो में जा चुके हैं।