Rajasthan News: जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने शनिवार को जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में एक राम कथा के दौरान लोकसभा चुनाव परिणामों पर अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि राजस्थानियों ने चुनाव में कम सीटें दीं, और आरोप लगाया कि हिंदुओं ने गद्दारी की है। महाराज ने यह भी कहा कि उन्हें मोदी का समर्थन करने से कोई नहीं रोक सकता, क्योंकि जगद्गुरु स्वतंत्र होते हैं और किसी के नियंत्रण में नहीं होते।

राम कथा के तीसरे दिन, जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने पुंगनूर गाय की पूजा की और गोपाष्टमी पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने गौहत्या पर रोक लगाने की बात कहते हुए ऐलान किया कि अगर यह बंद नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे। महाराज ने आग्रह किया कि नोट मत दो, लेकिन गौमाता के संरक्षण वालों को वोट दो और रामचरितमानस को राष्ट्रग्रंथ बनाने की मांग भी की।

कश्मीर और अनुच्छेद 370 पर प्रतिक्रिया

रामभद्राचार्य ने कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के अनुच्छेद 370 पर बयान का कड़ा जवाब देते हुए कहा कि अब सात पीढ़ी भी कश्मीर में अनुच्छेद 370 वापस नहीं ला सकेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि पहले प्रधानमंत्री की गलतियों का खामियाजा हिंदुओं को भुगतना पड़ा, लेकिन अब कश्मीर में स्थायी बदलाव आ गया है।

संत और सत्ता का समन्वय

रामभद्राचार्य ने संत और सत्ता के समन्वय को राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि सत्ता और संत दोनों के समन्वय से राष्ट्र मजबूत बनता है। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में संतों के योगदान का उल्लेख किया और कहा कि अब काशी, कृष्ण जन्मभूमि, और अन्य पवित्र स्थलों का संरक्षण रामानंदियों को मिलना चाहिए।

रामचरितमानस का महत्व

महाराज ने रामचरितमानस के महत्व को बताते हुए कहा कि रामचरितमानस पढ़ने के बाद कुछ पढ़ने को बाकी नहीं रह जाता। उन्होंने रामलला की अयोध्या में विराजमान होने की बात भी कही और श्रद्धालुओं से अपील की कि वे भगवान से ही मांगें, किसी और से नहीं।

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