जूनियर इंजीनियर (जेई) पूर्ण चंद्र चौधरी को मंगलवार को एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया गया, जब उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला सामने आया. चौधरी ओडिशा के रायगड़ा जिले के काशीपुर ब्लॉक में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे, हालांकि अब वे निलंबन में चल हैं.
सूत्रों के अनुसार, 31 अगस्त 2024 को भ्रष्टाचार निरोधक टीम द्वारा उनके खिलाफ एक जाल बिछाया और उनकी संपत्तियों पर एक साथ तलाशी के लिए छापा मारा. इस दौरान लगभग ₹1,73,48,417 की अनुपातहीन संपत्ति का मामला दर्ज किया गया.
इस संबंध में, कोरापुट सतर्कता पुलिस स्टेशन में उनके और उनकी पत्नी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 13(2) सहपठित 13(1)(b)/12 के तहत एक मामला (मामला संख्या-22, दिनांक 11.11.2024) दर्ज किया गया है.
आधिकारिक सूचना में कहा गया कि चौधरी को गिरफ्तार कर विशेष न्यायाधीश (विजिलेंस) जयपुर के समक्ष पेश किया गया. विजिलेंस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि अनुपातहीन संपत्ति मामले में विस्तृत जांच जारी है.
गौरतलब है कि चौधरी को पहले भी एक शिकायतकर्ता से ₹25,000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था और उसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया था. उन्होंने यह रिश्वत एक ‘गांव साथी’ से मनरेगा योजना के तहत कार्य के मापदंड लेने और भुगतान जारी करने में मदद के लिए ली थी.
इससे पहले, उन्हें कोरापुट सतर्कता पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 7 के तहत मामले (मामला संख्या-16, दिनांक 30.08.2024) में गिरफ्तार किया गया था.