अमृतसर. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 26 नवंबर से भूख हड़ताल शुरू करने का ऐलान किया है। लगातार संभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें किसान नेताओं ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को मनवाने के लिए अब भूख हड़ताल का रास्ता अपनाया जाएगा।


26 नवंबर को क्यों चुना गया तारीख?


जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि पहले उनका कार्यक्रम 25 नवंबर से अनशन शुरू करने का था, लेकिन 26 नवंबर इसलिए चुना गया, क्योंकि इसी दिन से किसानों ने दिल्ली की ओर कूच कर आंदोलन शुरू किया था।
“जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी, अंतिम संस्कार नहीं होगा”.


डल्लेवाल ने कहा कि अगर केंद्र सरकार उनकी मांगें नहीं मानती और भूख हड़ताल के दौरान किसी किसान नेता की मृत्यु हो जाती है, तो उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। मृतक का पार्थिव शरीर तब तक रखा जाएगा जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती।


आंदोलन जारी रखने का संकल्प

डल्लेवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि एक नेता की मृत्यु हो जाती है, तो दूसरा किसान नेता भूख हड़ताल पर बैठ जाएगा। यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं की जातीं।