ग्वालियर, कर्ण मिश्रा। विश्व विख्यात कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज इन दिनों ग्वालियर प्रवास पर हैं। वे दंदरौआ धाम और बड़ागांव में आयोजित कार्यक्रम में कथा वाचन करने पहुंचे है। लल्लूराम डॉट कॉम (Lalluram.com)संवाददाता कर्ण मिश्रा से एक्सक्लूसिव खास बातचीत में अनिरुद्धाचार्य महाराज ने बटेंगे तो कटेंगे, गौ माता को राज्य माता घोषित करने और शराबबंदी जैसे गंभीर मुद्दों पर अपनी राय दी। साथ ही आज के दौर में सभी सनातनियों को एक होने का आह्वान भी उन्होंने किया। 

धर्म के बिना कुछ नहीं

प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने धर्म जागृति पर जोर देते हुए कहा कि धर्म के बिना कुछ नही है.आज धर्म की जागृति और उसकी रक्षा बहुत जरूरी है। यदि हम धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म हमारी रक्षा करेगा। कुत्ता-बिल्ली के अंदर धर्म नहीं होता, इसलिए वह कुत्ता होता है। आपके अंदर धर्म है इसलिए आप इंसान हो और यही इंसान और जानवर में अंतर बताता है।

सीता मां और मीराबाई को बताया जाता है गलत
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने आगे कहा, सोशल मीडिया धर्म जागृति का बड़ा माध्यम है। लेकिन धर्म से जुड़े मामलों में इसका दुरुपयोग भी हो रहा है। इसको लेकर उन्होंने कहा कि आज भी बहुत से लोग ऐसे हैं जो भगवान राम को गलत कहते हैं। यहां तक सीता मां और मीराबाई को भी गलत बताया जाता है। संसार में समाज अच्छाई और बुराई से मिलकर ही बना है। इसलिए कुछ लोग अच्छा कहते हैं कुछ लोग बुरा कहते हैं। यही काम किसी को अच्छा लगता है और किसी को बुरा लगता है। सबका अपना अपना नजरिया होता है कोई भी चीज बुरी नहीं होती है। हम अच्छे हैं तो हमें सब अच्छा लगेगा। यदि हम बुरे हैं तो हमें सब बुरा लगेगा। इसलिए ही कबीर जी ने कहा है कि “बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलया कोए, जो दिल खोजा आपना मुझसे बुरा ना कोए।” इसलिए पहले खुद के अंदर छुपी हुई बुराई को खोज कर उसे दूर करना बहुत जरूरी है।

बॉलीवुड ने सभी को बनाया शराबी

अनिरुद्धाचार्य महाराज ने प्रदेश के साथ देश मे शराबबंदी को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा, पूर्ण शराबबंदी के लिए लोगों का आगे आना बहुत जरूरी है। लेकिन वह तब तक आगे नहीं आ सकते, जब तक सरकार इस पर कोई ठोस कदम न उठाए। क्योंकि आज सरकार लाइसेंस देकर आपके घर और दुकान के पास शराब बिकवा रही है। आज सभी की जिम्मेदारी यह है कि वह शराब न पिएं। इस शराबी माहौल के पीछे और उसका प्रचार करने का सबसे बड़ा दोषी भारत का बॉलीवुड है। बॉलीवुड ने ही गाने बनाए हैं कि “मुझे पीने का शौक नहीं, पीता हूं गम भुलाने को।” जब लोग इस तरह के गाने सुनेंगे तो सोचेंगे कि आखिर आज हमारा गम का समय है तो हम भी एक पैग मार सकते हैं। बॉलीवुड ने सभी को शराबी बना दिया है। इसलिए शराबबंदी को लेकर ठोस कदम उठाना जरूरी है। जब बाजार में शराब मिलेगी ही नहीं तो पिएगा कौन? इसलिए सरकार की जिम्मेदारी है कि शराब, जुआ, सट्टा, जंगली रमी जैसे खेलों का प्रचार नहीं होना चाहिए। यदि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नोटबंदी की तरह शराबबंदी को लेकर फैसला लें तो उसे कोई भी नहीं रोक सकता।

सीएम डॉ. मोहन यादव से गाय को राज्यमाता का दर्जा देने की मांग 

अनिरुद्धाचार्य महाराज ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से गौ माता को राज्य माता का दर्जा दिए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि गाय सभी की माता है। गाय माता के अंदर कुछ बात तो थी, इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने भी गायों की सेवा की। इसलिए उन्होंने प्रदेश सरकार के मंत्री राकेश शुक्ला से मिलकर मांग की है कि वह गाय माता को महाराष्ट्र की तर्ज पर राज्य माता का दर्जा प्रदान कराएं। जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ऐसा कर सकते हैं तो प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव गाय माता को राज्यमाता का दर्जा क्यों नहीं दिला सकते हैं।

कश्मीर में बंटे थे इसलिए कटे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ राजनीति में एक बड़ी चर्चा का विषय बना। इस मुद्दे पर अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा कि लोग कुछ भी कहते रहें पर वास्तविकता में आज इसकी जरूरत है। बटेंगे तो कटेंगे यह बिल्कुल सत्य बात है। कश्मीर में हिन्दू क्यों कटे, इसका कारण यही है, क्योंकि वहां सभी बंटे हुए थे। संगठित होते तो क्या कोई आपको काट सकता था? इसलिए मुट्ठी की तरह एकजुट होना बहुत जरूरी है। यदि आज आप बिखर जाओगे तो फिर आप कचरा हो जाओगे।

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