रेहान अंसारी, संभल । मथुरा और काशी के बाद अब हिंदू पक्ष ने संभल की जामा मस्जिद पर दावा किया है। हिंदू पक्ष का दावा है कि ये पूर्व में श्री हरिहर मंदिर था, वहीं मुस्लिम पक्ष इसे ऐतिहासिक जामा मस्जिद होने का दावा कर रहा है। वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन द्वारा संभल के सिविल जज की अदालत में मस्जिद के मंदिर होने का दावा करते हुए दायर याचिका के बाद 19 नवंबर को स्थानीय पुलिस और मस्जिद की प्रबंध समिति के सदस्यों की मौजूदगी में एक सर्वेक्षण किया गया।ऐतिहात के तौर पर मस्जिद के बाहर सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी कर दी गई है।

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पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि जनपद संभल में कुछ दिन पूर्व कोर्ट के आदेश के अनुसार जामा मस्जिद पर सर्वेक्षण हुआ था, जिसके बाद थोड़ी कशीदगी बढ़ गई है। जनपद के विभिन्न थानों की पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग की गई है,सभी लोगों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध करवाया जा रहा है। मैं उम्मीद करता हूं कि जनपद में शांति का जो माहौल है, वो बरकरार रहेगा। कोई भी व्यक्ति शांति व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास करता है या कोई भी अराजक तत्व अराजकता फैलाने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

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आपको बता दें कि जामा मस्जिद में सर्वे के आदेश के बाद आज पहल जुमा है। मुस्लिम समाज लोग बड़ी संख्या में जुमे की नमाज अदा करने मस्जिद पहुंचेंगे। इस दौरान किसी तरह से हालात न बिगड़ें इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम संभल पुलिस-प्रशासन की तरफ से किये गए है, पुलिस के अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं पुलिस की तरफ से लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है साथ ही अराजक तत्वों पर कार्रवाई करने की बात प्रशासन ने कही है।

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हिंदू पक्ष के याचिकाकर्ता हरिशंकर जैन ने याचिका में बाबरनामा का उल्लेख करते हुए दावा किया कि, बाबरनामा के अंग्रेजी अनुवाद में दर्ज है कि भगवान विष्णु के हिंदू मंदिर का मस्जिद में परिवर्तन मीर हिंदू नाम के बाबर के दरबारी ने किया था। हिंदू पक्ष के इस दावे पर इतिहासकार और भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद निदेशक डॉक्टर ओमजी उपाध्याय ने मुहर लगाई।