Rajasthan By Election: राजस्थान विधानसभा की 7 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। भाजपा ने इनमें से 5 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस और भारत आदिवासी पार्टी (BAP) को 1-1 सीट मिली। भाजपा खेमे में जश्न का माहौल है, जबकि कांग्रेस को हार पर आत्ममंथन की जरूरत बताई जा रही है। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने दौसा सीट पर मिली जीत पर प्रतिक्रिया दी है।

सचिन पायलट ने जताया दौसा के मतदाताओं का आभार
सचिन पायलट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा कि राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के परिणामों को हम विनम्रता से स्वीकार करते हैं। दौसा में कांग्रेस उम्मीदवार डीसी बैरवा को विजयी बनाने के लिए जनता का आभार प्रकट करता हूं। आपका यह विश्वास हमें और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा देता है। पायलट ने आगे कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि डीसी बैरवा एक सच्चे जनसेवक के रूप में क्षेत्र के विकास और जनकल्याण के प्रति समर्पित रहेंगे। वे जनता की आवाज को मजबूती से विधानसभा में उठाएंगे।
दौसा में कांग्रेस की जीत
दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार दीनदयाल बैरवा (डीसी बैरवा) ने भाजपा के जगमोहन मीणा को 2,300 वोटों के अंतर से हराया। बैरवा को 75,536 वोट मिले, जबकि जगमोहन 73,236 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। जगमोहन, कैबिनेट मंत्री किरोड़ी मीणा के भाई हैं, और यह हार किरोड़ी मीणा के लिए राजनीतिक झटका मानी जा रही है।
दौसा सीट कांग्रेस विधायक मुरारी लाल मीणा के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थी। इस जीत के साथ कांग्रेस ने यहां अपनी पकड़ मजबूत रखने में सफलता पाई।
भाजपा की कुल 5 सीटों पर जीत के मुकाबले कांग्रेस को केवल एक सीट मिलने पर प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि नतीजों का विश्लेषण किया जाएगा, और आने वाले चुनावों के लिए रणनीति तैयार की जाएगी।
पढ़ें ये खबरें
- दमोह में फर्जी सर्टिफिकेट से नौकरी का मामला: कलेक्टर से की गई शिकायत, हो सकता है बड़ा खुलासा
- ‘आज से तुम मेरी बीवी हो’, युवती को घर बुलाकर भरी मांग, फिर कई बार बनाए शारीरिक संबंध, उसके बाद युवक ने…
- नाबालिग का अपहरण के बाद रेप: बहला-फुसलाकर ले गया अपने साथ, फिर बनाया हवस का शिकार
- RR vs LSG IPL 2025 : LSG ने रोमांचक मुकाबले में राजस्थान को 2 रन से हराया, आवेश खान ने झटके 3 विकेट, वैभव ने अपने डेब्यू मैच में बटोरी सुर्खियां
- जिसने उंगली पकड़कर चलना सिखाया, उसका ही नहीं हुआ बेटा: मौत के बाद नहीं किया पिता का अंतिम संस्कार, वजह जान रह जाएंगे हैरान