रेहान अंसारी, मुरादाबाद. संभल शाही जामा मस्जिद सर्वे को लेकर हुए बवाल को लेकर मुरादाबाद के पूर्व सपा सांसद डॉक्टर एसटी हसन का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, यह बदनसीबी है हमारी, जो हादसाद हो रहे हैं. सर्वे पहले भी हो रहा था शांति पूर्वक. आज इतना बड़ा बवाल हो गया. पैलेस आफ वरशिप एक्ट बना हुआ है, जिसमें 15 अगस्त 1947 को धार्मिक जगह की स्थिति है. उसे कोई बदल नहीं सकता है. धार्मिक और सियासी लोगों से मेरी हाथ जोड़कर दरखास्त है कि हिंदुस्तान में रहने वालों पर रहम करो. इन्हें चैन से जीने दो प्यार मोहब्बत से.
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आगे उन्होंने कहा, मस्जिद को मंदिर नहीं बनाया जा सकता है. उसमें बाबरी मस्जिद को छोड़कर सारे धार्मिक स्थलों के लिए एक्ट बना था. फिर यह सर्वे क्यों हो रहा है. क्या साबित करना चाहते हैं. एक दौर था कि जब इस्लाम के आने से पहले तमाम दुनिया में मूर्ति पूजा हुआ करती थी और उसके बाद हिंदुस्तान एक दो मुल्कों में बुत परस्ती बाकी है. बाकी पूरी दुनिया में मूर्ति पूजा बंद हो चुकी है.
आगे कहा, आदमी की अपनी-अपनी आस्था है अपने-अपने धर्म में. लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि दूसरे के धर्म में एक आस्थाओं को चोट पहुंचाकर दूसरों का दिल दुखाकर अपनी सियासत का उल्लू सीधा किया जाए.
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