लखनऊ. बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे के नारे के साथ यूपी विधानसभा उपचुनाव में भारी जीत हासिल करने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी नारे के सहारे 2027 की चुनावी नइया पार लगाने के मूड में हैं. शुक्रवार को सीएम योगी ने मंत्रियों के साथ कुंभ और मिशन 2027 की रणनीति को लेकर बैठक की. जिसमें उन्होंने मंत्रियों को कई निर्देश दिए.

सबसे खास बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक और सेफ रहेंगे के योगी-मोदी मंत्र को लोगों के बीच ले जाने और हिंदू जन मानस को इसे लेकर समझाने का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही उपचुनाव से सीख लेते हुए अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में अल्पसंख्यक वर्गों के बीच भी जाने का निर्देश सीएम ने दिया है. वहीं कुंदरकी मॉडल को पूरे राज्य में लागू करने की बात सीएम ने कही.

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पश्चिम से पूरब तक सबको जोड़ने की कोशिश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कड़े फैसलों को लेकर जाने जाते हैं, जबकि उनकी फायरब्रांड नीति से सभी वाकिफ हैं. हालिया दिनों में संगठन VS सरकार के मसले पर जहां योगी ने सबक लिया, वहीं उन्होंने सभी पुराने नेताओं को एक धागे में पिरोया है. जिससे हिन्दू वोटों को बंटने और असंतुष्ट नेताओं को संतुष्टि का टॉनिक दिया जा सके. लिहाजा अब उपचुनाव के बाद भाजपा के खाते में जो नए 7 विधायक आए हैं, उनके भाग्य का उदय भी हो सकता है.

मंत्रिमंडल में जगह के लिए जोड़-तोड़ शुरू

कई मंत्री जो उपचुनाव में निष्क्रिय थे, उनकी कुर्सी छीन सकती है. सरकार और संगठन स्तर पर मिशन 2027 की तैयारी शुरू होगी. साथ ही संगठन को नए पदाधिकारी भी नए साल में मिल जाएंगे. हालांकि, मंत्रिमंडल विस्तार को बहुत ज़्यादा दिनों तक टालने की मूड में भाजपा नहीं है. क्योंकि, इस उपचुनाव में भाजपा को समाजवादी पार्टी के पीडीए की काट मिल गई है. यानी सधे हुए समीकरण पर ओबीसी और दलित विधायकों को मंत्रिमंडल में जाने का रास्ता बन सकता है. उपचुनाव में जीतने वाले दो विधायकों को मौका दिया जा सकता है.