ICC Champions Trophy 2025: भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में अगले साल 19 फरवरी से चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है। आमतौर पर ICC (International Cricket Council) टूर्नामेंट शुरू होने से 90 दिन पहले शेड्यूल का ऐलान कर देती है, अब तक ऐसा नहीं हो सका है।
दरअसल, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) सुरक्षा कारणों के चलते पहले ही भारतीय टीम को पाकिस्तान की यात्रा पर भेजने से इनकार कर चुका है। इसके चलते टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल (पाकिस्तान और पाकिस्तान के बाहर किसी देश में) पर खेलने का प्रस्ताव रखा गया, लेकिन पीसीबी (Pakistan Cricket Board) पाकिस्तान में ही टूर्नामेंट कराने पर अड़ा हुआ था। अब यह खबर सामने आ रही है कि पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने के लिए पीसीबी तैयार है, लेकिन इसके लिए पाकिस्तान ने आईसीसी के सामने एक शर्त रखी है। कौन सी है वो शर्तें? आइये विस्तार से जानते हैं।
बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर पाकिस्तान और भारत के मध्य पैदा हुए इस गतिरोध के बीच आईसीसी ने शुक्रवार को सभी बोर्ड की बैठक बुलाई, जिसमें चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम और वेन्यू पर चर्चा हुई। लेकिन कोई फैसला नहीं लिया जा सका। आईसीसी से जुड़े एक सूत्र ने बताया था कि, “देखिए, कोई भी प्रसारणकर्ता आईसीसी के किसी ऐसे कार्यक्रम को एक पैसा भी नहीं देगा जिसमें भारत शामिल न हो और यहां तक कि पाकिस्तान भी यह जानता है। शनिवार को आईसीसी की बैठक तभी होगी जब मोहसिन नकवी हाइब्रिड मॉडल से सहमत होंगे।” सूत्र ने आगे कहा, “यदि ऐसा नहीं होता है तो आईसीसी बोर्ड को टूर्नामेंट को पूरी तरह से किसी अन्य देश में स्थानांतरित करना पड़ सकता है (यह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भी हो सकता है) लेकिन यह पाकिस्तान के बिना आयोजित किया जाएगा।”
पाकिस्तान ने ICC की मानी बात लेकिन, रखी ये शर्तें
शुक्रवार की बैठक के बाद आज सूत्रों ने बताया ‘मौजूदा स्थिति यह है कि पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने कहा है कि वह हाइब्रिड मॉडल पर चैंपियंस ट्रॉफी की मेज़बानी तभी स्वीकार करेगा, जब बोर्ड इस बात पर सहमत हो कि भविष्य में सभी आईसीसी प्रतियोगिताएं इसी प्रणाली पर होंगी और पाकिस्तान भारत में मैच खेलने नहीं जाएगा।’
पाकिस्तान ने क्यों रखी ऐसी शर्त ?
गौरतलब है कि पीसीबी की ये डिमांड भारत में होने वाले आयोजनों को लेकर है। आईसीसी ने 2031 तक हर साल एक बड़े टूर्नामेंट का आयोजन तय किया है। इसके तहत 2026 में भारत और श्रीलंका में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन होगा। वहीं 2029 में भारत में चैंपियंस ट्रॉफी खेली जाएगी। इसके बाद 2031 में भारत और बांग्लादेश को वनडे वर्ल्ड कप की मेज़बानी करनी है। पीसीबी चाहती है कि इन टूर्नामेंट्स में भी ऐसा ही मॉडल आजमाया जाए। यानी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की शर्त है कि किसी भी टूर्नामेंट के लिए वह अपनी टीम को भारत नहीं भेजेंगे। हालांकि ये साफ नहीं है कि इस मॉडल को सिर्फ पुरुष क्रिकेट तक ही सीमित रखा जाएगा या फिर महिला क्रिकेट और जूनियर क्रिकेट पर भी लागू करने की मांग है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीसीबी ने इस शर्त के अलावा सालाना रेवेन्यू में अपने हिस्से को बढ़ाने की शर्त भी रखी है। आईसीसी के मौजूदा रेवेन्यू मॉडल के तहत बीसीसीआई को सबसे ज्यादा 39 फीसदी पैसा मिलता है, जबकि पीसीबी को 5.75 फीसदी ही मिलता है। पीसीबी इसे भी बढ़ाने की मांग कर रही है।
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