शरद पाठक, छिंदवाड़ा। वो कहते हैं न ‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय’, ईश्वर जिसे बचाना चाहता हैं वह किसी भी प्रकार से उस व्यक्ति की मदद कर ही देता है। मध्य प्रदेश के हिरदागढ़ रेलवे स्टेशन पर एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला है। जब एक युवक का पैर चलती ट्रेन से फिसल गया, लेकिन एक शिक्षक ने अपनी जान की परवाह किए बिना उसकी जान बचा ली।

ASI की अफसर साली ने बालाघाट IG को लिखा था पत्र: घर-दफ्तर में आकर अपमानजनक बातें करने की शिकायत, भोपाल डबल मर्डर मामले में एक और बड़ा खुलासा

दरअसल, हिरदागढ़ रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा हादसा होने से बच गया। छिंदवाड़ा से नागपुर की ओर जाने वाली शहडोल एक्सप्रेस हिरदागढ़ रेलवे स्टेशन पर रुकी हुई थी। युवक नाश्ता लेकर चलती ट्रेन में चढ़ने लगा, तभी अचानक उसका पैर स्लिप होने की वजह से वह चलती ट्रेन से लटक गया। तभी एक शिक्षक ने अपनी जान की परवाह न करते हुए युवक की जान बचाई।

BREAKING: रामनिवास रावत का इस्तीफा मंजूर, CM की अनुशंसा के बाद राज्यपाल ने किया स्वीकार

जानकारी के अनुसार, छिंदवाड़ा से नागपुर की ओर जा रहा युवक अपने परिवार के साथ ट्रेन में सफर कर रहा था। जब ट्रेन हिरदागढ़ में रुकी तो वो नाश्ता लेने ट्रेन से नीचे उतरा। ट्रेन अचानक चलने लगी तो युवक भागकर चलती ट्रेन में चढ़ने लगा। तभी उसका पैर स्लिप होने से युवक प्लेटफार्म पर 100 मीटर की दूरी तक घिसटा चला गया। इसी बीच प्राचार्य विजय आचार्य ने उसे खींचकर सुरक्षित ट्रैन में अंदर पहुंचाया।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m