India Mobility Global Expo: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो के दूसरे संस्करण का उद्घाटन करते हुए ऑटोमोबाइल उद्योग से पर्यावरण अनुकूल वाहनों पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की. उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs), हाइड्रोजन फ्यूल सेल और बायोफ्यूल्स जैसी तकनीकों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में मध्यम वर्ग और युवाओं की बढ़ती क्रय शक्ति वाहन उद्योग को नया आयाम दे रही है. उन्होंने उद्योग को घरेलू बाजार के साथ-साथ वैश्विक निर्यात पर भी ध्यान देने का सुझाव दिया.
ग्रीन मोबिलिटी पर पीएम की बड़ी सोच
मोदी ने कहा, “हम ऐसी मोबिलिटी प्रणाली बना रहे हैं जो ‘इकोनॉमी और इकोलॉजी’ दोनों को साथ लेकर चले. हमारा उद्देश्य फॉसिल फ्यूल के आयात को कम करना और स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों को बढ़ावा देना है.” उन्होंने यह भी कहा कि देश में मोबिलिटी समाधान आम, जुड़ी हुई, सुविधाजनक, ट्रैफिक रहित, चार्ज्ड, स्वच्छ और अत्याधुनिक होने चाहिए.
इलेक्ट्रिक वाहनों में भारी बढ़ोतरी
प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में तेजी आई है. उन्होंने आंकड़े साझा करते हुए कहा कि 2014 में जहां सालाना केवल 2,600 इलेक्ट्रिक वाहन बिकते थे, वहीं 2024 में यह संख्या बढ़कर 16.8 लाख हो गई. उन्होंने उम्मीद जताई कि यह संख्या दशक के अंत तक आठ गुना बढ़ सकती है.
युवाओं और मध्यम वर्ग की अहम भूमिका
मोदी ने ऑटो उद्योग को युवाओं और मध्यम वर्ग की अहम भूमिका की ओर ध्यान दिलाया. उन्होंने कहा, “भारत आने वाले कई दशकों तक दुनिया का सबसे युवा देश रहेगा. यह युवा वर्ग वाहन उद्योग का सबसे बड़ा ग्राहक है.”
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं और यह नियो-मिडिल क्लास अपनी पहली गाड़ी खरीद रहा है, जिससे वाहन उद्योग को और बढ़ावा मिलेगा.
‘मेक इन इंडिया’ और निर्यात पर जोर
मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत न केवल घरेलू बाजार के लिए, बल्कि वैश्विक बाजार के लिए भी वाहनों का निर्माण करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हर साल भारत में करीब 2.5 करोड़ वाहन बिकते हैं, जो कई देशों की कुल आबादी से भी अधिक है. यह आंकड़ा भारत को वैश्विक मोबिलिटी के क्षेत्र में अग्रणी बनाता है.
जलवायु परिवर्तन से निपटने की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री ने ग्रीन हाइड्रोजन मिशन और नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन जैसी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत सौर ऊर्जा और वैकल्पिक ईंधन पर बड़े स्तर पर काम कर रहा है. “भारत ने अपनी G20 अध्यक्षता के दौरान हरित भविष्य पर जोर दिया. बैटरी और स्टोरेज सिस्टम की मांग लगातार बढ़ रही है, जो भारत में नई संभावनाएं खोल रही है.”
ऑटो उद्योग को मिलेगा नई ताकत
प्रधानमंत्री ने ऑटो उद्योग में तेजी से विकास की संभावनाओं पर विश्वास जताते हुए कहा कि शहरीकरण, आधुनिक बुनियादी ढांचा, और किफायती ‘मेक इन इंडिया’ वाहनों के चलते यह क्षेत्र नई ऊंचाइयों को छुएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया कि ग्रीन मोबिलिटी भारत के भविष्य की दिशा है. यह न केवल पर्यावरण संरक्षण में मददगार होगी, बल्कि देश को आर्थिक रूप से भी मजबूत बनाएगी.
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