रायपुर. विधानसभा बजट सत्र में चर्चा के दौरान स्कूलों में मध्यान्ह भोजन का मामला उठा. विधायक ने मध्यान्ह भोजन में कटौती से स्कूलों में बच्चों की संख्या घटने की बात कही, जवाब में मंत्री ने अंग्रेजी प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश लेने की वजह से बच्चों की संख्या कम होना बताया.

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पार्टी विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह ने मुद्दा उठाते हुए कहा कि बिलासपुर संभाग में संचालित मध्याह्न भोजन में कटौती की गई है, जिससे स्कूलों में बच्चों की संख्या कम हो रही है. इसके लिए खाने बनाने वाले एनजीओ पर कार्रवाई करने की मांग की.

शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जवाब में कहा कि स्कूलों में बच्चों संख्या इसलिए कम हो रही है क्योंकि अभिभावक अपने बच्चों को अंग्रेजी प्राइवेट स्कूल में दाखिला करवाते हैं. बिलासपुर संभाग में 10555 शासकीय शालाओं और 153 अनुदान प्राप्त अशासकीय शालाओं में मध्याह्न भोजना योजना संचालित हो रही है.

स्कूल शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि एनजीओ मध्यान्ह भोजन वितरण कर रहे हैं, उसकी जांच करवाएंगे, और बच्चो को गुणवत्तायुक्त भोजन मिले इसकी व्यवस्था की जायेगी.