रायपुर. विधानसभा में आउटसोर्सिंग के माध्यम से नियुक्त किए गए विद्या मितान का मामला उठा. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जांच कराए जाने की घोषणा की.

सदन में विधायक बृहस्पति सिंह ने आउटसोर्सिंग के माध्यम से नियुक्त किए गए विद्या मितान का मामला उठाते हुए कहा कि ठेका कंपनी को प्रति विद्या मितान 28000 की राशि दी जाती है, जबकि कंपनी इन शिक्षकों को मात्र 15000 की राशि वेतन में देती है. कमीशन खोरी का खेल चल रहा है. सरकार ठेका प्रथा बंद कर सीधे शिक्षकों को वेतन दे. विधायक धर्मजीत सिंह के साथ पूर्व मुख्यमंत्री ने भी कहा कि शिक्षा मंत्री इसकी घोषणा करें. पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि यह बंद होना चाहिए.

मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा इसकी समीक्षा करेंगे. वहीं सदन में मौजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह गंभीर विषय है. प्लेसमेंट कम्पनी विद्या मितानों को की सैलरी के लिए 28000 लेती है, लेकिन उन्हें 11-12 हजार रुपये ही दिया जा रहा है. इस गड़बड़ी की जांच की जाएगी.