Kalashtami Vrat: मासिक कालाष्टमी व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. हिंदू धर्म में कालाष्टमी का बहुत विशेष महत्व है. इस वर्ष मासिक कालाष्टमी 21 जनवरी को मनाई जाएगी. कालाष्टमी व्रत का विशेष महत्व है. इस पवित्र दिन पर भगवान भैरव के भक्त उनका आशीर्वाद पाने के लिए उपवास रखते हैं और विशेष पूजा करते हैं.
इस दिन लोग भगवान शिव के सबसे उग्र रूपों में से एक भगवान भैरव की पूजा करते हैं. मान्यता है कि इस दिन भैरव बाबा की पूजा और व्रत करने से भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है और जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिलती है. पूजा के दौरान भैरव बाबा का स्तोत्र पाठ करना भी बहुत शुभ माना जाता है. कालाष्टमी व्रत के दिन भैरव बाबा का स्तोत्र पाठ करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है.
पूजा का शुभ समय (Kalashtami Vrat)
पंचांग के अनुसार माघ मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 21 जनवरी को दोपहर 12:39 बजे प्रारंभ होगी और 22 जनवरी को दोपहर 03:18 बजे समाप्त होगी. ऐसे में माघ मास की कालाष्टमी 21 जनवरी को मनाई जाएगी. क्योंकि कालाष्टमी की पूजा शाम को की जाती है.
काल भैरव मंत्र
ॐ क्लिं कालिकाय नमः
कालाष्टमी के दिन क्या करें
- आप कालाष्टमी के दिन उपवास रख सकते हैं.
- काल भैरव मंत्र का जाप करें.
- विशेष रूप से काले तिल और काले चने का दान करें.
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