प्रमोद कुमार/कैमूर: एक तरफ कड़ाके की ठंड पड़ रही है, तो दूसरी तरफ कैमूर जिले में पहुंचे 8 साल के यस कुमार साइकिल से मां वैष्णो देवी की यात्रा कर रहे है. बताया जाता है कि बोधगया स्थित रामपुर के रहने वाले प्रकाश कुमार गुप्ता ने अपने 8 वर्षीय बेटे यशराज के साथ साइकिल से वैष्णो देवी की यात्रा शुरू की है. मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर मां मंगला गौरी के दर्शन के बाद उन्होंने अपनी इस अनोखी यात्रा की शुरुआत की. प्रकाश कुमार का बोधगया दुमुहान पर छोटा सा ढाबा है.

‘साइकिल से गए थे अयोध्या’

प्रकाश बताते हैं कि यह यात्रा बेटे यशराज की इच्छा पूरी करने के लिए की जा रही है. यशराज ने कहा था कि वह साइकिल से वैष्णो देवी के दर्शन करना चाहता है. पिता ने उसकी इस भावना को सम्मान देते हुए यह संकल्प लिया. प्रकाश ने यह भी बताया कि इससे पहले अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पिता-पुत्र की जोड़ी साइकिल से बोधगया से अयोध्या तक गए थे.

‘इच्छाशक्ति से कुछ भी संभव है’

प्रकाश का कहना है कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म को बढ़ावा देना और विश्व में सुख-शांति की प्रार्थना करना है. वे चाहते हैं कि भारत पर किसी भी प्रकार की आपदा न आए. यात्रा के दौरान पिता-पुत्र प्रतिदिन 90 से 100 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय करेंगे. प्रकाश ने बताया कि यह न केवल धार्मिक आस्था से प्रेरित है, बल्कि एक संदेश भी है कि इच्छाशक्ति से कुछ भी संभव है. वैष्णो देवी तक की यह साइकिल यात्रा लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है. प्रकाश और यशराज के इस साहसिक कदम ने सनातन धर्म में आस्था रखने वालों को प्रेरित किया है.

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