किसान आंदोलन में लगातार अलग-अलग मोड नजर आ रहे हैं। किसान नेताओं का मानना है कि केंद्र उनके बीच में फूट डालकर आंदोलन को कमजोर करना चाहता है लेकिन इन सभी के बीच में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बड़ा बयान दिया है और एक जुट होकर केंद्र पर दबाव डालने की बात कही है।

उन्होंने कहा है कि हम सब एक साथ हैं और सभी को मजबूत होकर लड़ना होगा। केंद्र पर दबाव कम नहीं होने दिया जाना चाहिए। जो लोग बात करने के लिए केंद्र में जाते हैं, वे वही करेंगे जो मंच उन्हें करने के लिए कहेगा।

संयुक्त मोर्चा किसान के सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के साथ 14 फरवरी से पहले मीटिंग करे और यह मीटिंग चंडीगढ़ में नहीं बल्कि दिल्ली में होनी चाहिए। पंधेर ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार फूट डालने की कोशिश कर रही है पर हम उनकी इस कोशिश को कामयाब नहीं होने देंगे। वहीं दूसरे किसान संगठनों ने भी कूच टालने का स्वागत किया है और कहा कि डल्लेवाल की सेहत को देखते हुए मीटिंग जल्द रखी जानी चाहिए।

मीटिंग का न्योता मिलने के बाद लिए मेडिकल ट्रीटमेंट

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 26 नवंबर 2024 से आमरण अनशन पर हैं। मीटिंग का न्योता मिलने के बाद केंद्र के अधिकारियों ने किसानों को भूख हड़ताल खत्म करने के लिए कहा है। पर डल्लेवाल सिर्फ मेडिकल सुविधा लेने के लिए राजी हो गए। जिसके बाद उन्हें ग्लूकोज चढ़ाया।