Pinaka Multi Barrel Rocket-Launcher: मोदी सरकार ने भारतीय सेना के पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली के लिए 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का गोला-बारूद खरीद को मंजूरी दे दी है. पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में यह मंजूरी दी गई है. रक्षा सूत्राें के अनुसार वित्तीय साल समाप्त होने से पहले इसके दो अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है. 6,050 करोड़ रुपये के दो प्रमुख कॉन्ट्रैक्ट सबसे कम बोली लगाने वाले सौर समूह, नागपुर स्थित निजी क्षेत्र के गोला-बारूद-बनाने वाली कंपनी को दी गई है.
यह कांट्रेक्ट भारतीय सेना के 10 पिनाका रेजिमेंटों को स्पोर्ट करेगी. इनमें तीन रूसी-मूल स्मेरच और पांच ग्रेड रॉकेट रेजिमेंट शामिल हैं, इसके अलावा चार पिनाका रेजिमेंटों को पहले से ही इसमें शामिल किया गया है. बता दें कि छह अतिरिक्त रेजिमेंट संचालन की प्रक्रिया में है. सरकार के इस फैसले से सेना की मारक क्षमता और ज्यादा बढ़ोतरी होने के साथ ही मारक छमता को बल मिलेगा.
45 किमी की रेंज की मारक क्षमता
जिस हथियार प्रणाली को मंजूरी मिली है, उस रॉकेट सिस्टम की मारक क्षमता 45 किमी है. यह चीन पाकिस्तान सीमा के लिए पर्याप्ता है. गौरतलब है कि पिनाका सिस्टम को दुनिया के प्रमुख-लॉन्च रॉकेट सिस्टम में से एक माना जाता है. ये 45 किमी की रेंज और 37 किमी तक के क्षेत्र-में अटैक के साथ उच्च-विस्फोटक पूर्व-फ्रैगमेंटेड गोला-बारूद देने में सक्षम है. इनमें बम-टैंक के साथ लक्ष्य क्षेत्रों को डिजाइन किया गया है, इसमें एंटी-टैंक और एंटी-पर्सनेल खानों सहित, शस्त्रागार में महत्वपूर्ण टक्कर शामिल है.
DRDO (Defence Research & Development Organisation) ने पिनाका के विस्तारित-रेंज वेरिएंट भी विकसित किए हैं, ये 75 किमी तक के लक्ष्य को प्रभावित करने में सक्षम हैं. मारक क्षमता को आगे 120 किमी तक और अंततः 300 किमी तक बढ़ाने की योजना है. सूत्रों बताया कि भारत सक्रिय रूप से अन्य स्वदेशी रक्षा उत्पादों के साथ पिनाका प्रणाली के निर्यात को बढ़ावा दे रहा है. इसके ब्राह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और आकाश एयर डिफेंस सिस्टम उदाहरण है.
अर्मेनिया के पास पहले से मौजूद पिनाका
बता दें कि आर्मेनिया ने पहले ही पिनाका और आकाश सिस्टम की खरीदी कर दी है, और कई आसियान, अफ्रीकी और यूरोपीय देशों ने इसे लेने के लिए अपनी दिलचस्पी दिखाई है. पिनाका अनुबंधों के अलावा, आर्मी की आर्टिलरी की रेजिमेंट इस वित्तीय वर्ष के भीतर 307 स्वदेशी उन्नत टो आर्टिलरी गन सिस्टम्स (एटीएजीएस) के लिए इस वित्तीय वर्ष के भीतर 8,500 करोड़ रुपये के एक और महत्वपूर्ण सौदे को अंतिम रूप देने के लिए तैयार है, जिसमें 48 किमी की रेंज है.
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