Rajasthan News: नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आरोप लगाया कि सरकार के मंत्री विधानसभा में बिना तैयारी के आते हैं और सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते। उन्होंने कहा कि युवा विधायक पूरी तैयारी के साथ सवाल उठाते हैं, लेकिन मंत्री उनका सही जवाब तक नहीं दे पाते। जूली ने यह भी कहा कि मंत्री हर मुद्दे पर पर्ची का इंतजार करते हैं, जिससे यह साफ होता है कि सरकार में किसी भी तरह की तैयारी नहीं है।

कांग्रेस के नए विधायकों की सराहना करते हुए जूली ने कहा कि पहले बार विधानसभा में पहुंचे विधायकों ने मजबूती से अपनी बात रखी और राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आंकड़ों के साथ अपना पक्ष रखा।

जैसे सत्ता में हैं, वैसे बोलते रहेंगे

जूली ने कहा कि सत्ता पक्ष केवल बड़े-बड़े दावे और वादों की बात करता है। जाति और धर्म के मुद्दे उठाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की गई है। मंत्री सवालों का जवाब तक नहीं दे पा रहे हैं, और विधानसभा में कोई भी मंत्री संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहा है।

मंत्री बिना तैयारी के जवाब देते हैं

जूली ने कहा कि जब विधानसभा चलती है, तो हर सदस्य अपने क्षेत्र की समस्याएं उठाता है, ताकि उनका समाधान हो सके। मंत्री अनर्गल जवाब देते हैं और बिना तैयारी के सवालों का सामना करते हैं। यह दर्शाता है कि सरकार खुद ही नहीं जानती कि क्या कहना है।

मंत्रियों के पास न तो स्वीकृति है, न ही आश्वासन

जूली ने कहा कि मंत्री न तो स्वीकृति दे पा रहे हैं, न ही किसी आश्वासन का पालन कर रहे हैं। पिछले निर्देश भी अधूरे पड़े हुए हैं। धर्मांतरण पर नए बिल को लेकर जूली ने कहा कि धर्मांतरण को लेकर पहले से ही कानून है और यह बिल केवल सुर्खियां बटोरने और लोगों को भ्रमित करने के लिए लाया गया है।

आज की जनसुनवाई में जूली ने प्रदेशभर से आए लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। अलग-अलग स्थानों से आए लोगों ने अपनी समस्याएं बताई और विधानसभा में उनकी आवाज उठाने की अपील की। संविदा कर्मचारियों और युवाओं ने भी अपनी समस्याओं को विधानसभा में उठाने की मांग की।

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