अमृतसर. अमेरिकी सरकार ने 104 भारतीय नागरिकों को देश से बाहर निकाल दिया, जो गैर-कानूनी तरीके से वहां पहुंचे थे। इनमें 30 युवक पंजाब से थे। इन्हीं में से एक गुरदासपुर जिले के फतेहगढ़ चूड़ियां का जसपाल सिंह भी था, जिसे देर शाम पंजाब पुलिस ने उसके घर छोड़ा।
जसपाल ने बताया कि वह बेहतर भविष्य की उम्मीद में अमेरिका गया था, लेकिन एजेंट ने उसे धोखा दिया और डंकी रूट (अवैध प्रवासी मार्ग) के जरिए वहां भेजा। इसी कारण वह अब इस परेशानी में फंस गया है।

अमृतसर पहुंचते ही खोली गईं हथकड़ियां

जसपाल ने बताया कि अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने उसे बेड़ियों में जकड़कर भारत भेजा और अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद ही हथकड़ियां खोली गईं। उसने यह भी बताया कि एजेंट ने उससे 30 लाख रुपये लिए थे और पहले यूरोप भेजा, फिर वहां से ब्राजील के जंगलों के रास्ते अमेरिका पहुँचाने का वादा किया।

अमेरिकी सेना ने किया गिरफ्तार

अमेरिका की सीमा पार करते समय जसपाल को अमेरिकी बॉर्डर फोर्स ने पकड़ लिया। इसके बाद उसे 11 दिनों तक हिरासत में रखा गया और फिर भारत भेज दिया गया। जसपाल ने बताया कि जब उसे विमान में बैठाया गया, तब उसे यह भी नहीं बताया गया कि उसे कहां ले जाया जा रहा है। उड़ान के दौरान ही उसे पता चला कि वह भारत वापस भेजा जा रहा है।
उसने आरोप लगाया कि एजेंटों ने उसे धोखा दिया और सारे पैसे हड़प लिए।

अवैध अप्रवासियों पर सख्त कार्रवाई

अमेरिकी सरकार ने गैर-कानूनी ढंग से देश में घुसने वालों पर कार्रवाई तेज कर दी है। हाल ही में, अमेरिका ने कई अवैध अप्रवासियों को गिरफ्तार कर देश से निकालने की प्रक्रिया शुरू की है।
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत, खासकर पंजाब के कई युवा, अवैध रूप से अमेरिका जाने की कोशिश करते हैं। इनमें से कई डंकी रूट (जंगलों और समुद्री रास्तों से अमेरिका जाने की अवैध प्रक्रिया) का उपयोग करते हैं। हालांकि, अब अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां इस पर सख्त कार्रवाई कर रही हैं।


एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग

जसपाल सिंह जैसे कई युवाओं को न केवल अमेरिका से बाहर निकाला गया, बल्कि अब उनका भविष्य भी खतरे में है। जसपाल की मां ने कहा कि वह खुश है कि उसका बेटा सुरक्षित लौट आया, लेकिन उसने यह भी कहा कि एजेंट की धोखाधड़ी के कारण उसका बेटा इस परेशानी में फंसा।
जसपाल ने मांग की कि ऐसे धोखेबाज एजेंटों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि आगे कोई और इस तरह ठगा न जाए।

एक सीख युवा पीढ़ी के लिए

जसपाल की यह कहानी उन युवाओं के लिए एक सबक है, जो अवैध रूप से विदेश जाने का सपना देखते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अवैध तरीके से विदेश जाने से न सिर्फ पैसे की बर्बादी होती है, बल्कि जान का भी खतरा रहता है।