सुधीर सिंह राजपूत, मिर्जापुर. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों वाले कॉरिडोर में एक बड़ा फ्रॉड सामने आया है. यहां विंध्याचल में विंध्यवासिनी देवी से फ्रॉड करते हुए विंध्यवासिनी देवी बनकर मुस्लिम महिला ने कॉरिडोर के लिए जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करा ली. हालांकि मामला संज्ञान में आने पर एसपी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मुस्लिम महिला ने जालसाजों के साथ मिलकर कॉरिडोर के मुआवजे की राशि हड़प ली‌. अब न्याय के लिए ज्ञानपुर, भदोही निवासी महिला विंध्यवासिनी देवी भटक रही हैं.

यह है पूरा मामला

भदोही जिले के उंज थानांतर्गत सोबरी बिछिया गांव की रहने वाली विंध्यवासिनी देवी, पत्नी स्वर्गीय छोटे लाल, मौजा परगना कंतित तहसील सदर क्षेत्र के आराजी संख्या 1630/2 और 1640/2 की मालकिन हैं. जिनका आरोप है कि उनके विपक्षियों ने एक सोची समझी रणनीति के तहत एक फर्ज़ी महिला नगीना बेगम को आगे करते हुए विंध्यवासिनी देवी के तौर पर खड़ा कर रजिस्ट्री करा लिया है. 23 जुलाई 2024 को फर्जी विक्रय विलेख तैयार कर कूट रचना धोखाधड़ी करते हुए बैनामा करा गया. पीड़ित को इस बात की जैसे ही जानकारी हुई है उसके पैरों तले जमीन खिसकने लगी. उसने पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों से जब गुहार लगाई तो पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विभिन्न धाराओं में शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

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पीड़िता ने की कार्रवाई की मांग

पीड़िता विंध्यवासिनी देवी ने जिलाधिकारी से पुनः फरियाद लगाते हुए बताया है कि विपक्षी फर्जी तरीके से उक्त भूमि को गजट के आधार पर सरकार के पक्ष में रजिस्ट्री कर राज्य सरकार से मुआवजे की राशि को हड़पने के कुत्सित प्रयास में लगे हुए हैं. जिस पर पीड़िता ने फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों, इसमें शामिल साजिशकर्ता और संबंधित विभाग के लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है.