पीडीपी नेता और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती(Mehbuba Mufti) की बेटी, इल्तिजा मुफ्ती(Iltija Mufti) ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उनकी मां को कई घंटों तक नजरबंद कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती आर्मी की फायरिंग में मारे गए ट्रक ड्राइवर के परिवार से मिलने जाना चाहती थीं. उनका कहना था कि मैं और मेरी मां को घर में कैद कर दिया गया था, हमारे गेट बंद कर दिए गए थे, हम सोपोर में वसीम मीर के परिवार से मिलना चाहते थे और कठुआ में माखन दीन के परिवार से मिलने की कोशिश की गई थी. हमें घर से बाहर नहीं निकलने दिया गया.

उन्होंने कहा कि कश्मीर में चुनाव के बाद भी कुछ नहीं बदला है और पीड़ितों के परिवार को भी अपराधी बताया जा रहा है. इल्तिजा ने एक्स पर एक तस्वीर भी शेयर की. महबूबा मुफ्ती ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा किपेरोडी के माखन दीन को बिलावर के एसएचओ ने ओवर ग्राउंड वर्कर होने के आरोप में गिरफ्तार कर जबरन कबूलनामा करवाने के लिए उसे इतना पीटा गया था कि पुलिस कस्टडी में ही मौत हो गई.

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उन्होंने कहा कि इंटरनेट बंद कर दिया गया और पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. इल्तिजा ने कहा कि कश्मीर में कई जगहों से लड़कों को उठा लिया जाता है, क्या वे सभी आतंकवादी हैं? उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस से भी पूछा कि आखिर कोई मंत्री इस मुद्दे पर चर्चा क्यों नहीं कर रहा है?

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बता दें कि पिछले साल जम्मू- कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव में इल्तिजा भी श्री गुफवारा बिजबेहरा सीट से मैदान में थीं. इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इल्तिजा मुफ्ती अकसर अपने बयानों की वजह से भी चर्चा में रहती हैं. उन्होंने यह भी कह दिया था कि हिंदुत्व एक बीमारी है और इससे लाखों की संख्या में भारतीय बीमार हो गए हैं.