पुरी: शुक्रवार को पुरी के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में एक अप्रत्याशित घटना घटी, जिसने श्रद्धालुओं को चिंतित कर दिया. अक्षय दंड (ध्वज स्तंभ) अचानक टूट गया, जिसका उपयोग श्री जगन्नाथ मंदिर के नीलचक्र पर पतितपावन बाना ध्वज फहराने के लिए किया जाता है.
क्या है अक्षय दंड?
अक्षय दंड एक लंबा बांस का खंभा होता है, जिसका उपयोग मंदिर के ऊपर ध्वज बदलने के लिए किया जाता है. हर दिन चुनारा सेवकों द्वारा इस ध्वज को बदला जाता है, जो मंदिर की परंपरा का अहम हिस्सा है.

कैसे हुआ हादसा?
शुक्रवार दोपहर अचानक अक्षय दंड टूटकर नीचे गिर गया. कुछ श्रद्धालुओं ने तुरंत इस घटना की सूचना मंदिर प्रशासन को दी. हालांकि, इस घटना में किसी को चोट नहीं आई, लेकिन इसे लेकर भक्तों में चिंता का माहौल बना हुआ है.
भक्तों की प्रतिक्रिया
कई श्रद्धालुओं का मानना है कि अक्षय दंड का टूटना एक अशुभ संकेत हो सकता है, जबकि मंदिर प्रशासन ने इसे एक सामान्य घटना बताया है. प्रशासन का कहना है कि नए अक्षय दंड की व्यवस्था जल्द की जाएगी ताकि मंदिर की परंपरा निर्विघ्न जारी रहे.
प्रशासन ने क्या कहा?
मंदिर अधिकारियों के अनुसार, यह प्राकृतिक कारणों से हुआ हो सकता है और जल्द ही ध्वज स्तंभ को बदला जाएगा.
क्या है धार्मिक महत्व?
पुरी जगन्नाथ मंदिर में ध्वज फहराना शुभ माना जाता है, और इसके गिरने को कई श्रद्धालु धार्मिक संकेत के रूप में देखते हैं. हालांकि, प्रशासन ने भक्तों से अफवाहों पर ध्यान न देने और मंदिर की परंपराओं में विश्वास बनाए रखने की अपील की है.
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