हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश में पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने इंदौर में कमिश्नर बनने के बाद पहला औचक निरीक्षण किया। इसी दौरान खामियां पाने के बाद थाना प्रभारी सहित 12 पुलिस कर्मियों को डीसीपी कार्यालय ट्रेनिंग के लिए भेज दिया। निरीक्षण के दौरान जब सीपी ने दस्तावेजों की जांच की तो रिकॉर्ड अधूरे पाए गए। पूछताछ में कुछ पुलिसकर्मी बीएनएस की नई धाराओं की जानकारी तक नहीं दे सके। वहीं, कई पुलिसकर्मियों को थाने में इस्तेमाल होने वाले सॉफ्टवेयर के संचालन में भी दिक्कतें आ रही थीं।

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तीन दिन तक विशेष प्रशिक्षण
कमिश्नर ने लापरवाही को देखते हुए थाना प्रभारी कपिल शर्मा सहित 12 पुलिसकर्मियों को डीसीपी कार्यालय, जोन-4 में अटैच कर दिया। अब अगले तीन दिनों तक इन्हें पुलिसिंग के विभिन्न पहलुओं की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसमें बीट सिस्टम, रात में शिकायतों पर कार्रवाई और क्षेत्र की निगरानी जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल होंगे।

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एसीपी को भी लेनी होगी ट्रेनिंग
इधर, आजादनगर एसीपी हिमांशु कार्तिकेय को एक सटोरिए से बुके लेने के मामले में पहले ही डीसीपी कार्यालय अटैच किया गया है। अब उन्हें भी 15 दिनों तक विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि पुलिसिंग प्रणाली को बेहतर तरीके से समझा जा सके।

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