कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी का एक और बड़ा कारनामा सामने आया है। जहां चपरासी के पद पर नाबालिग को ही नौकरी दे दी गई। विश्वविद्यालय में चतुर्थ श्रेणी पद पर शिवराज शर्मा नाम के युवक की भर्ती उस वक्त कर ली गई, जब उसकी उम्र महज 17 साल 08 महीने 16 दिन थी। अब मामले का खुलासा होने के बाद जीवाजी यूनिवर्सिटी ने जांच कमेटी बना दी है।

बिजली की बड़ी चोरीः मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में 60 फीसदी चोरी, चल रहे थे छोटे छोटे कारखाने, 20 टीम ने की एक साथ छापेमार कार्रवाई

क्या है मामला

ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी में सम्बद्धता फर्जीवाड़े सहित अन्य बड़े भ्रष्टाचार सामने आ चुके हैं। इस बीच जीवाजी विश्वविद्यालय का एक और बड़ा काला कारनामा उजागर हुआ है। विश्वविद्यालय ने दिव्यांगता भर्ती अभियान के दौरान एक नाबालिग की भर्ती कर ली। चतुर्थ श्रेणी पद पर शिवराज शर्मा नाम के युवक की भर्ती उस समय की गई जब वह सिर्फ 17 वर्ष 8 महीने और 16 दिन का था।

बकरा दिलाएगा समाज में एंट्री ! दूसरी जाति में की बेटे की शादी तो समाज ने किया बहिष्कार, कहा- बकरा खिलाओ और वापिस आओ

ऐसे हुआ खुलासा
विश्वविद्यालय ने बीती 8 जुलाई 2024 को विशेष भर्ती अभियान के तहत विज्ञापन जारी किया था जहां तृतीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी के साथ पदों पर भर्ती की जानी थी। इसके लिए 1150 आवेदन आए थे, जिनमें शिवराज का चयन चौकीदार के लिए किया गया। नियम और शर्तों के तहत आवेदक की उम्र 1 जनवरी 2024 की स्थिति में 18 वर्ष होनी चाहिए थी। लेकिन उम्र कम निकलने पर भी स्क्रूटनी कमेटी और इंटरव्यू कमेटी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। जब ऑडिट शाखा ने इस घोटाले को पकड़ा तो वेतन जारी करने पर रोक लगा दी। आप जब मामला चर्चाओं में आया तो विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के निर्देश पर मामले की जांच करने के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। साथ ही इस मामले पर विधिक राय भी मांगी गई है। जिसके बाद आगे कार्रवाई की बात कही जा रही है।

सीवरेज का गंदा पानी खुले में छोड़ रहा था होटल संचालकः निगम ने लगाया दो लाख का जुर्माना

बता दें कि, हाल ही में राजभवन द्वारा जीवाजी विश्वविद्यालय में धारा 52 लागू की गई है। जिसके चलते कुलगुरु अविनाश तिवारी को पद से बर्खास्त करने के साथ सभी EC मेंबर को भी हटा दिया गया है। मुरैना स्थित झुंडपुरा शिव शक्ति कॉलेज संबद्धता फर्जीवाड़े में ईओडब्ल्यू द्वारा एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद यह कार्रवाई राज्यपाल मंगू भाई पटेल के निर्देश पर की गई। ऐसे में देखना होगा कि अब इस भर्ती घोटाले पर किस तरह का एक्शन देखने मिलता है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H