Rajasthan News: झालावाड़ जिले के डग थाना क्षेत्र के पाडला गांव में बोरवेल में गिरे 5 वर्षीय प्रह्लाद की दर्दनाक मौत हो गई। करीब 14 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सोमवार सुबह 5:00 बजे एनडीआरएफ की टीम ने बच्चे के शव को बाहर निकाला। इससे पहले, सुबह 4:00 बजे बचाव अभियान रोक दिया गया था, लेकिन टीम ने दोबारा प्रयास करते हुए बच्चे को बाहर निकाला। हालांकि, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए डग चिकित्सालय की मोर्चरी में भेज दिया गया।

बचाव अभियान के दौरान सुनाई दी थी रोने की आवाज

शुरुआत में प्रह्लाद की रोने की आवाज आ रही थी, जिससे बचाव दल को उम्मीद बनी रही। पाइप के जरिए उसे ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही थी, लेकिन पथरीला इलाका होने के कारण बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आईं। झालावाड़ से आई एसडीआरएफ की टीम देसी तरीके से बच्चे को निकालने की कोशिश कर रही थी, जबकि कोटा से पहुंची एनडीआरएफ की टीम भी बचाव कार्य में लगी हुई थी।

खेलते समय बोरवेल में गिरा था मासूम

प्रह्लाद खेलते-खेलते अचानक ट्यूबवेल में गिर गया था। वह करीब 30 फीट नीचे फंसा हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गए। शुरुआत में ग्रामीणों ने रस्सी डालकर बच्चे को निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत अभियान शुरू किया।

200 फीट गहरे बोरवेल में गिरा था बच्चा

डग थानाधिकारी पवन कुमार के मुताबिक, प्रह्लाद अपने माता-पिता के साथ खेत पर गया था, जहां खेलते समय वह बोरवेल में गिर गया। यह हादसा रविवार दोपहर करीब 1:40 बजे हुआ। तीन दिन पहले ही प्रह्लाद के पिता ने यह बोरवेल खुदवाया था। प्रशासन को सूचना मिलते ही तुरंत बचाव अभियान शुरू कर दिया गया, लेकिन बच्चे को जीवित नहीं बचाया जा सका।

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