रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली. सतांव ब्लॉक की एक ग्रामसभा के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत अधिकारी आलोक कुमार शुक्ला के खिलाफ भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा है. ग्रामीणों का दावा है कि स्थानांतरण के बाद भी अधिकारी ने 6,79,924 रुपये का अनियमित भुगतान कर सरकारी धन का गबन किया.

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शिकायतकर्ता कालीचरण सिंह के अनुसार, 7 फरवरी 2025 को जिला पंचायत राज अधिकारी के आदेश से आलोक शुक्ला का स्थानांतरण हुआ और उनकी जगह प्रतीक्षा गुप्ता को तैनात किया गया. इसके बावजूद, 10 और 11 फरवरी को आलोक ने गिरिजा शंकर के साथ मिलकर पंचायत खाते से एक फर्म को सात बार में यह राशि जारी की.

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ग्रामीणों ने विकास कार्यों की जांच की मांग की है. जिला पंचायती राज अधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया है. मामले को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल ये कि आखिर ट्रांसफर के बाद कैसे राशि का भुगतान किय़ा गया. क्या इसमें और किसी की भी सांठगांठ तो नहीं? हालांकि, जांच के बाद ही मामले की पूरी पिक्चर क्लियर हो पाएगी.