शिवा यादव, दोरनापाल।  सुकमा जिले मे पुलिस नक्सलियो के बीच मचा घमासान लगातार काग़ज़ों मे भी जारी है.  इस बार नक्सलियो ने प्रेस नोट जारी कर पुलिस पर 13 अगस्त को हुए मुठभेड़ को फ़र्ज़ी बताया है. नक्सलियों का आरोप  है कि पुलिस ग्रामीणों को घर से पकड़ कर ले गई और उन्हें गोली मार दिया.

13 अगस्त को किस्टाराम इलाके के जंगलो मे पुलिस-नक्सलियों की मुठभेड़ बताकर 2 नक्सलियो के मारे जाने का दावा किया गया था. इस मुठभेड़ को नक्सलियो ने फ़र्ज़ी बताते हुए पुलिस जवान मुदराज के नेतृत्व मे ग्रामीणों पर अत्याचार करने का गंभीर आरोप लगाया गया है. प्रेस नोट मे नक्सलियों ने लिखा है की किस्टाराम इलाके मे खेती करने वाले ग्रामीणों को सुरक्षाबलो द्वारा जेलों मे डाला जा रहा है. ग्रामीणों के साथ अत्याचार किया जा रहा है. उनका आरोप है कि रात को ग्रामीणो से लूटपाट की जाती है.

नक्सलियो का आरोप है कि किस्टाराम के इत्तानपारा गाँव को घेरकर रात 12 बजे ग्रामीणो की पिटाई की गई. इसके बाद ग्रामीण पोड़ियम सन्ना और वंजाम हूँगा को पकड़ कर पास के जंगलो मे ले जाकर उनके अंगों को काटकर हत्या कर दी.  नक्सलियों का कहना है कि 2 अगस्त को मेट्टागुड़ा गाँव मे दो ग्रामीण माडवी गंगी और पालाचलमा निवासी कुंजाम अर्जुन की बेदम पिटाई की गई.

मामले मे शिकायत नही मिली – एसपी

पूरे मामले पर सुकमा एसपी अभिषेक मीणा ने कहा की किसी तरह की पिटाई की शिकायत किसी ने नहीं की है एवं चिंतागुफा इलाके मे जल्द ही ग्रामीणो की बैठक की जाएगी.