रायपुर। सेंट्रल लाइब्रेरी में अवसर अकादमी संस्था की ओर से प्रतियोगी परिक्षाओं के विद्यार्थियों के मध्य छत्तीसगढ के इतिहास 1857 की क्रांति से 1920 तक के स्वतंत्रता आंदोलन और छत्तीसगढ के नामकरण पर व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान माला में बतौर वक्ता इतिहासकार प्रो. रामेन्द्र मिश्र और आईएएस डॉ. संजय अलंग ने शिरकत की।
संजय अलंग ने विद्यार्थियों के बीच छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता आंदोलन की एक नई जानकारी दी। इसमें उन्होंने 1857 की स्वतंत्रता आदोलन में सरगुजा के असंगठित क्रांति के बारे में विस्तार जानकारी दी। साथ ही उन्होने छत्तीसगढ़ के नामकरण में 36 और गढ़ के संदर्भ में नई जानकारी बताई। वहीं छत्तीसगढ़ की रियासतें और जाति तथा जनजाति पर भी प्रकाश डाला। इतिहासकार रमेन्द्र नाथ मिश्र ने भी छत्तीसगढ़ के इतिहास के विभिन्न अनछुए पहुलों के बारे में बताया, जो कि अक्सर विद्यार्थियों से तैयारी के दौरान छुट जाते हैं। व्याखानमाल में विशेष रूप से हिन्द्र ग्रंथ अकादमी के अध्यक्ष शंशाक शर्मा मौजूद रहे।