कुंदन कुमार, पटना. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर बड़ा हमला बोला है। बिहार विधानपरिषद में आज बुधवार (12 मार्च) को सीएम नीतीश और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के बीच हुए नोकझोंक पर बयान देते हुए उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को आश्रम खोलने की सलाह दी औऱ कहा कि अब वह नॉर्मल नहीं उनपर तरस आ रही है।

‘नीतीश को खुद से देना चाहिए इस्तीफा’

विधानसभा परिसर में मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि, हमको नीतीश जी पर तरस और दया आती है। वह इस पड़ाव पर पहुंच गए हैं कि हम लोगों को कामना करना पड़ रहा है कि भगवान उनके स्वास्थ्य को ठीक रखें। बार-बार इस तरह का बोली सदन में और हरकत। यह सब दिखाता है कि वह नॉर्मल नहीं है। मुझे लगता है कि नीतीश कुमार को खुद से इस्तीफा दे देना चाहिए। लगातार घटनाएं हो रही हैं। सदन में भी बैठते हैं तो तरह-तरह के इशारे करते रहते हैं. राबडी देवी बिंदी लगाती हैं, तो इशारा करते हैं. सीएम बिंदी पर इशारा करते हैं.

तेजस्वी ने कहा कि, हम तो चाह रहे हैं कि वह इशारा करते हुए वीडियो निकलवाए। इससे पहले भी जब मंत्री शीला मंडल उनकी बिंदी पर वह टीका टिप्पणी करते रहे हैं। कोई भी टीका लगता है तो लड़वाने का काम करते हैं।

लालू और नीतीश में कोई तुलना नहीं- तेजस्वी

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, वह कहते हैं कि लालू प्रसाद को उन्होंने बनाया था। जबकि लालू प्रसाद से उनकी कोई तुलना नहीं है। हमारे पिता 1977 में ही एमपी बन गए थे, जबकि मुख्यमंत्री जी 1985 में पहली बार चुनाव जीते थे। मुख्यमंत्री एमएलए का चुनाव हरनौत से हारे थे जबकि हमारे पिताजी 1977 में ही सांसद बन गए थे। नीतीश कुमार के बनने से पहले ही हमारे पिता सांसद और एमपी रहे हैं। हमारे पिताजी ने कितने प्रधानमंत्री को बनाया है? तेजस्वी ने नीतीश कुमार को दो बार बिहार का मुख्यमंत्री बनाया है। यह इतनी डरपोक मुख्यमंत्री हैं कि सरकार बदलती है तो इस्तीफा देते हैं। किसी को हटाते नहीं हैं।

‘आश्रम खोल कर देना चाहिए प्रवचन’

तेजस्वी का यह भी कहना था कि, राष्ट्रीय जनता दल बिहार के सबसे बड़ी पार्टी है। समर्थन पत्र हमने दिया तब आप जाकर शपथ लेते हैं। नीतीश कुमार के दिन लद गए हैं। अब इनको आश्रम खोल कर के प्रवचन करना चाहिए। मुझे नहीं लगता है कि अब बिहार चलाने के योग्य मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री के पद की गरिमा होती है। यह संवैधानिक पद है। 14 करोड़ लोगों के भविष्य आपके हाथ में है। यह कैसे चला रहे हैं? स्थिति ठीक नहीं लग रही है।

कब किसका पैर पकड़ लेंगे…- नेता प्रतिपक्ष

नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि, वह कब किसका पैर पकड़ लेंगे? कल भी लगा कि वह सदन में पैर पकड़ लेंगे। विधानसभा को उन्होंने कल लोकसभा कह दिया। इससे पहले रविशंकर प्रसाद का पैर पकडे़ थे। उससे पहले आरके सिन्हा का पैर पकड़े। कितने लोगों के गले लगे और क्या-क्या किया, यह अभी अलग मुद्दा है। कितने मंत्रियों को एक दूसरे से माथा टकराया, अलग बात है। स्थिति ठीक नहीं है।

वहीं, दरभंगा की मेयर के बयान पर कहा कि, देश में होली, दिवाली, रमजान, ईद सब मनाना चाहिए। सबको मिलजुल करके त्योहार मनाना चाहिए। खुशी बांटने से बढ़ती है। हम सब भाई-भाई हैं।

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