2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी पर देश-दुनिया की नजरें टिक गई थीं. यहां से पीएम मोदी (उस वक्त पीएम कैंडिडेट) के खिलाफ आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मैदान में उतरे थे. हालांकि उन्हें मोदी ने 3 लाख 71 हजार 784 वोटों के भारी अंतर से शिकस्त दी थी. लेकिन अब ये सीट और हॉट होने जा रही है, रायबरेली में प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं से पूछा है कि क्यां वे वाराणसी सीट से चुनाव लड़े क्या ? बता दे कि इस सीट से बीजेपी के सबसे कद्दावर नेता और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के उम्मीदवार है.

रायबरेली. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस महासचिव और पार्टी की पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. आज उनका अयोध्या में रोड शो का कार्यक्रम है. इस दौरे के दूसरे पड़ाव रायबरेली में प्रियंका ने उस वक्त सियासी विश्लेषकों को चौंका दिया जब उन्होंने वाराणसी से खुद चुनाव लड़ने को लेकर कार्यकर्ताओं से सवाल पूछा.

गुरुवार को रायबरेली में प्रियंका गांधी की कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक थी. इसी दौरान चुनाव लड़ने के संबंध में एक कार्यकर्ता के सवाल पर प्रियंका ने कहा, ‘वाराणसी से लड़ लूं?’ इससे पहले बुधवार को भी उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस पार्टी उनसे चुनाव लड़ने के लिए कहेगी तो वह इसके लिए तैयार हैं. इसके साथ ही प्रियंका ने कहा था कि वह चुनाव नहीं भी लड़ीं तो कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करती रहेंगी. लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले यह चर्चा तेज थी कि प्रियंका रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं. हालांकि कांग्रेस की तरफ से सोनिया के लड़ने के ऐलान के बाद ऐसे कयासों पर ब्रेक लग गया. यही नहीं जवाहर लाल नेहरू के संसदीय क्षेत्र रहे फूलपुर से भी उनको उतारने की कई बार चर्चा छिड़ी थी. फिलहाल नेहरू-गांधी परिवार के चार सदस्य लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी और सोनिया गांधी रायबरेली से मैदान में हैं. वहीं, बीजेपी से मेनका गांधी (सुलतानपुर) और वरुण गांधी (पीलीभीत) चुनावी समर में हैं.

  • लोकसभा चुनाव से जुड़ी रोचक बातें

रायबरेली में प्रियंका के दिए गए बयान के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं, प्रियंका ने कहीं न कहीं इस बयान के जरिए इशारा किया है कि अगर उनसे वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने को कहा गया तो वह तैयार हैं. कांग्रेस कार्यकर्ता लंबे अरसे से उन्हें चुनाव लड़ाने की मांग कर रहे हैं. सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में भी उन्हें उतारने की मांग उठ चुकी है. बता दे कि आजादी के बाद भारत अप्रैल 2019 में अपने 17वें लोकसभा चुनाव का गवाह बनेगा. पिछले 16 आम चुनावों में देश और चुनाव के तरीकों में बहुत कुछ बदलाव आए हैं.

  • 2014 में मोदी के खिलाफ उतरे थे केजरीवाल

2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी पर देश-दुनिया की नजरें टिक गई थीं। यहां से पीएम मोदी (उस वक्त पीएम कैंडिडेट) के खिलाफ आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मैदान में उतरे थे. हालांकि उन्हें मोदी ने 3 लाख 71 हजार 784 वोटों के भारी अंतर से शिकस्त दी थी. ऐसे में प्रियंका के वाराणसी से चुनाव लड़ने को लेकर दिए गए बयान से नई सियासी सुगबुगाहट छिड़ गई है.