महाराष्ट्र. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महात्मा गांधी के कर्मभूमि वर्धा में एक आमसभा को संबोधित किया. इसमें अपेक्षा के अनुरूप लोगों की कम भीड़ जुटी. सभा के लिए बीजेपी भीड़ नहीं जुटा पाई. आधा मैदान खाली नजर आया. बता दें कि वर्धा वो सीट है, जहां सबसे ज्यादा तेली वोटर हैं. प्रत्याशी भी इसी समुदाय से हैं. भाजपा के लिए ये संकट का इशारा है. क्योंकि भाजपा का विदर्भ में ये पहली रैली थी, जो सफल साबित नहीं हुई.

मोदी ने कांग्रेस पर हिंदू आतंकवाद को लेकर तीखा हमला किया है. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने देश के करोड़ों लोगों का रिश्ता आतंकवाद से जोड़ दिया था. अब लोग जाग गए हैं तो वे भाग रहे हैं. उनका इशारा सीधे तौर पर राहुल गांधी के अमेठी के अलावा केरल की वायनाड से चुनाव लड़ने की ओर था.

उन्होंने कहा सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कांग्रेस की साजिश उजागर हुई है. इस बात को कांग्रेस भी समझ रही है कि देश ने उन्हें सबक सिखाने का मन बना लिया है. उन्होंने जिन्हें आतंकवादी कहा है वे अब जग चुके हैं. हिंदुओं के साथ आतंकवाद जोड़ दिया, इसलिए जहां हिंदू आबादी अधिक है. वहां चुनाव नहीं लड़ सकते. इसलिए ऐसी जगह भागे हैं, जहां हिंदुओं की आबादी कम है.

शरद पवार को लेकर पीएम ने कहा कि डर के चलते चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया, और एक दिन अचानक बोले कि मैं राज्यसभा में ही खुश हूं. शरद पवार भी जानते हैं कि हवा का रुख किधर है. इस बार जनता ने अच्छे-अच्छों को मैदान से बाहर भगाया है. उनकी एक समस्या यह भी है कि एनसीपी में इस समय बहुत बड़ा पारिवारिक युद्ध चल रहा है. पार्टी उनके हाथ से निकलती जा रही हाल यह है कि उनके भतीजे पार्टी पर कब्जा करने के लिए रणनीति बना रहे हैं.